Thursday, 25 April, 2024

---विज्ञापन---

इस बार शनिवार को आएगी विनायक चतुर्थी, ऐसे करें गणपति पूजा तो पूरे होंगे सब काज

Vinayak Chaturthi: प्रत्येक हिंदू मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के रुप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणपति की पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है। नए हिंदू संवत्सर 2080 की पहली विनायक चतुर्थी इस बार 25 मार्च 2023 को आ रही है। जानिए विनायक चतुर्थी तिथि, मुहूर्त […]

Edited By : Sunil Sharma | Updated: Mar 23, 2023 17:30
Share :
Vinayak Chaturthi 2023, Vinayak Chaturthi, Vinayak Chaturthi puja vidhi, dharma karma
Image Credit- News24

Vinayak Chaturthi: प्रत्येक हिंदू मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के रुप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणपति की पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है। नए हिंदू संवत्सर 2080 की पहली विनायक चतुर्थी इस बार 25 मार्च 2023 को आ रही है। जानिए विनायक चतुर्थी तिथि, मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में

यह भी पढ़ें: नए साल में करें ये उपाय तो दिन रात बरसेगा पैसा, सुख-समृद्धि में भी कमी नहीं आएगी

कब है चैत्र विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi Date)

पंचांग के अनुसार चतुर्थी तिथि 24 मार्च 2023 को सायं 4.59 बजे आरंभ होगी। इसका समापन अगले दिन 25 मार्च 2023 को दोपहर 4.23 बजे होगा। वैदिक परंपरा में उगते सूर्य की मान्यता होने के कारण विनायक चतुर्थी 25 मार्च को ही मनाई जाएगी।

चैत्र विनायक तिथि पर शुभ पूजा मुहूर्त (Vinayak Chaturthi Puja Muhurat)

ज्योतिषियों के अनुासर 25 मार्च को सुबह 7.58 बजे से 9.29 बजे तक शुभ का, दोपहर में 3.37 बजे से 5.08 बजे तक अमृत का चौघड़िया रहेगा। इस समय पूजा की जा सकती है। इसके अतिरिक्त इस दिन रवि योग भी बन रहा है जिसे सभी कार्यों के लिए शुभ माना जाता है।

यह भी पढ़ें: नए साल में घर ले आएं ये चीज तो दिन दूना, रात चौगुना बढ़ने लगेगा पैसा

कैसे करें विनायक चतुर्थी पर पूजा

सुबह स्नान कर शुभ मुहूर्त में गणपति की पूजा करनी चाहिए। आप चाहें तो घर के मंदिर में अथवा किसी अन्य मंदिर में पूजा कर सकते हैं। सबसे पहले पूजा का संकल्प लें। इसके बाद गणपति को स्नान करवाएं। उन्हें पुष्प, माला, मौली, दूर्वा, अक्षत आदि चढ़ाएं। देसी घी का दीपक जलाएं। प्रसाद के रूप में मोदक चढ़ाएं। अपनी श्रद्धा एवं सामर्थ्यानुसार किसी भी एक गणपति मंत्र का न्यूनतम 108 बार जप करें। अंत में आरती कर पूजा में होने वाली गलतियों के लिए क्षमा मांगे।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।

First published on: Mar 23, 2023 05:25 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें