Shani Asta 2025: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शनि एक शक्तिशाली ग्रह है जो व्यक्ति को उनके कर्म के अनुसार लाभ प्रदान करते हैं। नवग्रहों में ये ग्रह सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह भी माना जाता है। 29 मार्च 2025 को एक राशि से दूसरी राशि में शनि ग्रह प्रवेश करने वाले हैं। एक राशि में करीब ढाई साल तक विराजमान रहते हैं। दोबारा आने में लगभग 30 साल का वक्त लगाते हैं। इस दौरान शन उदित और अस्त अवस्था में भी रहते हैं जिससे 12 राशियों पर शुभ और अशुभ तरह का प्रभाव पड़ सकता है।
कब होंगे शनि अस्त?
ज्योतिष के अनुसार फरवरी की आखिरी तारीख यानी 28 फरवरी 2025 को कुंभ राशि में शनि अस्त होंगे। इसी अवस्था में रहते हुए गुरु बृहस्पति की राशि मीन में शनि गोचर करेंगे। 28 फरवरी, शुक्रवार को शाम 7 बजकर 1 मिनट पर कुंभ राशि में शनि अस्त हो जाएंगे। इस अवस्था में करीब 37 दिनों तक रहेंगे और 6 अप्रैल 2025 को शनि उदय होंगे।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के लोगों के लिए शनि का अस्त होना शुभ प्रभावों के साथ रहेगा। सामाजिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। कार्यस्थल में अधिकारियों का साथ मिलेगा। घर में खुशी का माहौल रहेगा। सकारात्मक विचारों से मन प्रसन्न रहेगा। कामकाज में सफलता हासिल करेंगे। परिवार के लोगों के साथ संबंध सुधरेंगे।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए शनि अस्त होना लाभकारी रहेगा। कार्यक्षेत्र में उन्नति होगी। अपार धन लाभ के योग बन सकते हैं। भाई-बहनों के बीच संबंध सुधरेंगे। लंबी यात्रा पर जा सकते हैं। आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर हो सकती है। व्यापारियों को व्यापार में लाभ हो सकता है। नौकरीपेशा लोगों का प्रमोशन हो सकता है। कामयाबी हासिल करने के लिए नए दरवाजे खुलेंगे। लव लाइफ पहले से बेहतर होगी।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए शनि का अस्त होना बहुत उत्तम रहेगा। समाज में मान और सम्मान में वृद्धि होगी। नौकरी करने वालों के लिए समय अच्छा रहेगा। आय वृद्धि या प्रमोशन का योग बन सकता है। खर्च बढ़ेगा लेकिन पैसों की बढ़ोतरी के भी नए-नए अवसर प्रदान होंगे। रिश्ते पहले से बेहतर होंगे। पार्टनर का सपोर्ट मिल सकता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।