Mrityu Panchak: वैदिक ज्योतिष के अनुसार दृश्य अंतरिक्ष को कुल 27 नक्षत्रों और 12 राशियों में बांटा गया है। चन्द्रमा इन सभी राशियों और नक्षत्रों से गुजरता हुआ पृथ्वी की परिक्रमा करता है। इस दौरान जब वह कुंभ और मीन राशि में होता हुआ धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद और रेवती नक्षत्र में गोचर करता है तो उस काल को पंचक कहा जाता है। इसे वैदिक ज्योतिष में अशुभ माना गया है।
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कब लगेगा पंचक (Mrityu Panchak 2023)
इस माह पंचक 13 मई 2023 (शनिवार) को दोपहर 12.18 बजे आरंभ होगा। पंचक का समापन 17 मई 2023 (बुधवार) को सुबह 7.39 बजे होगा। शनिवार को आरंभ होने के कारण इसे मृत्यु पंचक का नाम दिया गया है। इसे सभी पंचकों में सर्वाधिक अशुभ तथा त्याज्य माना गया है। इस पंचक में किसी भी तरह का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए अन्यथा मृत्यु समान कष्ट भोगना पड़ता है।
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पंचक में क्या नहीं करना चाहिए
शास्त्रानुसार पंचकों में किसी भी प्रकार के शुभ कार्य की शुरूआत करने से बचना चाहिए। इस समय शुभ कार्य करने पर भी अशुभ फल ही मिलता है। यही कारण है कि पंचकों में सभी मांगलिक कार्य टाले जाते हैं।
- पंचक लगने पर घर की नींव अथवा छत डालने का कार्य नहीं करवाना चाहिए।
- चारपाई बनवाना तथा किसी भी प्रकार का फर्नीचर बनवाने का कार्य भी नहीं करना चाहिए।
- गृह प्रवेश, नामकरण संस्कार, सगाई, विवाह, नई जॉब का शुभारंभ आदि मांगलिक कार्य भी नहीं करने चाहिए।
- यदि पंचक के दौरान किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाए तो उसका दाह संस्कार करने के पूर्व आटे और कुशा के पांच पुतले बनाकर उन्हें जलाना चाहिए।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।