Makar Sankranti Date Change Story : मकर संक्रांति एक ऐसा पर्व है जो जनवरी मास में एक निश्चित तारीख को मनाया जाता है। इस दिन लोग गंगा या पवित्र नदियों में स्नान करते हैं। साथ ही सरोवर या पवित्र कुंड में भी स्नान करने की परंपरा है। सालों से मकर संक्रांति का पावन पर्व 14 जनवरी के दिन ही मनाया जा रहा था। वहीं साल 2024 में इस बार यह पर्व 15 जनवरी को मनाया गया है। तो आइए जानते हैं इसके बाद अब कब बदलेगी मकर संक्रांति की तारीख…
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सूर्य के धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश के साथ ही मकर संक्रांति का यह पावन पर्व प्रतिवर्ष 14 जनवरी का मनाया जा रहा था। वहीं पंचांग के अनुसार साल 2024 में मकर संक्रांति के समय में कुछ परिवर्तन होने के कारण यह पर्व 15 जनवरी को मनाया जा रहा है। साथ ही मकर संक्रांति के इस पावन पर्व को आगे भी 15 जनवरी के ही दिन मनाए जाने की संभावना बन रही है।
गोचर टाइम में होता है परिवर्तन
मकर संक्रांति की तिथि बदलने के बारे में जयपुर के प्रसिद्ध गुरु जी दुख भंजन ने बताया कि हर साल सूर्य के मकर राशि में गोचर करने के टाइम में कुछ मिनटों का परिवर्तन जरूर हो जाता है। जिसके बाद लगभग 73 वर्षों में मकर संक्राति की तिथि में भी बदलाव होता रहता है। अब लगभग 73 वर्षों तक मकर संक्रांति 15 जनवरी को ही मनायी जाएगी और अब साल 2097 में मकर संक्रांति की तारीख में परिवर्तन होगा। यानि इसके बाद साल 2097 में मकर संक्रांति की तारीख बदलकर 16 जनवरी हो सकती है। साथ ही साल 2097 के लगभग 73 सालों के बाद अगली तिथि निर्धारित होगी।
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लंबे समय के बाद बदलती है तारीख
प्रसिद्ध रामकथा प्रवक्ता पंडित उमाशंकर भारद्वाज ने बताया कि लगभग 73 वर्ष के लंबे अंतराल में एक समय ऐसा आता है। जब सूर्य के संक्रांति के समय में एक दिन का परिवर्तन हो जाता है। साथ ही यह तिथि कुछ वर्षों के लिए अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है। इस तिथि को स्नान-दान के लिए शुभ मान लिया जाता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है।News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।