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बस एक बार पढ़ लें इस मंत्र को, शत्रु और गरीबी दोनों दुम दबा के भागेंगे

Jyotish Tips: तंत्र-मंत्र तथा ज्योतिष के ग्रंथों में विभिन्न समस्याओं के निवारण के लिए बहुत से उपाय दिए गए हैं। कई ऐसे मंत्र बताए गए हैं जो त्वरित समाधान देते हैं। हालांकि इन उपायों को करना बहुत ही कठिन होता है। यही कारण है कि सभी लोग इन उपायों को नहीं कर पाते हैं। आचार्य […]

Edited By : Sunil Sharma | Updated: Feb 13, 2023 14:17
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Jyotish Tips: तंत्र-मंत्र तथा ज्योतिष के ग्रंथों में विभिन्न समस्याओं के निवारण के लिए बहुत से उपाय दिए गए हैं। कई ऐसे मंत्र बताए गए हैं जो त्वरित समाधान देते हैं। हालांकि इन उपायों को करना बहुत ही कठिन होता है। यही कारण है कि सभी लोग इन उपायों को नहीं कर पाते हैं।

आचार्य अनुपम जौली के अनुसार भाग्य बदलने का एक बहुत ही सरल उपाय भी है। यह उपाय है सहस्त्रनाम जप का। शास्त्रों में सभी प्रमुख देवी-देवताओं के सहस्त्रनाम स्रोत दिए गए हैं। इनमें उस देवी या देवता के सहस्त्र (अर्थात् एक हजार) नाम होते हैं। इन नामों का उच्चारण कर व्यक्ति अपने सभी कष्टों से मुक्ति पा सकता है।

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क्या होते हैं सहस्त्रनाम स्रोत (Jyotish Tips and Sahastranam Strota)

यह देवताओं को प्रसन्न करने के लिए एक विशेष आराधना है। इसमें देवता के एक हजार नामों को एक खास क्रम में जपा जाता है। एक बार स्रोत पढ़ने में लगभग 20 से 25 मिनट का समय लगता है। परन्तु इनका प्रभाव तुरंत होता है। जानिए किस उद्देश्य के लिए किस देवता का सहस्त्रनाम स्रोत पढ़ना चाहिए।

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किस उद्देश्य के लिए किस देवता के सहस्त्रनाम स्रोत का पाठ करें

  • यदि आप शत्रुओं का नाश और सौभाग्य की प्राप्ति चाहते हैं तो आपको प्रतिदिन श्री काली सहस्त्रनाम स्रोत का पाठ करना चाहिए। इससे शत्रु और दुर्भाग्य सदा के लिए नष्ट हो जाते हैं।
  • जीवन में समस्त प्रकार के सुख, सौभाग्य और ऐश्वर्य की प्राप्ति के लिए श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्रोत का पाठ करना चाहिए। यह अखंड लक्ष्मी और राजयोग को देता है।
  • कोई ऐसा कठिन संकट आ जाए जिसका समाधान न हो तो श्री हनुमान सहस्त्रनाम स्रोत का पाठ करने से समस्या हल होती है।
  • संतान की प्राप्ति हेतु श्री गोपाल सहस्त्रनाम स्रोत का पाठ करना चाहिए। इससे निसंतान के भी भाग्य में संतान योग बन जाता है।
  • किसी भी मनचाही लेकिन सात्विक इच्छा की पूर्ति के लिए भक्तों को श्री शिव सहस्त्रनाम स्रोत का सस्वर पाठ करना चाहिए। इससे भक्तों के समस्त मनोरथ पूर्ण होते हैं।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।

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Sunil Sharma

Edited By

Manish Shukla

First published on: Feb 12, 2023 05:27 PM

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