Chitragupta Puja 2023, Shubh Muhurat, Puja Vidhi: गोवर्धन पूजा से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं। एक कथा के मुताबिक, कार्तिक शुक्ल द्वितीया तिथि के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठाकर भगवान इंद्र के क्रोध से पूरे ब्रजवासियों की रक्षा की थी। गोवर्धन पूजा के दिन गौ-धन यानी गायों की पूजा की परंपरा वर्षों से चली आ रही है। इस बार यानी साल 2023 में गोवर्धन पूजा 14 नवंबर को यानी आज मनाई जा रही है। आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।
चित्रगुप्त पूजा शुभ मुहूर्त
दृक पंचांग के अनुसार, आज सुबह 10 बजकर 48 मिनट से दोपहर 12 बजकर 13 मिनट तक पूजा के लिए पहला शुभ मुहूर्त है। इसके बाद दूसरा शुभ मुहूर्त 11 बजकर 50 मिनट से 12 बजकर 13 मिनट तक है। शाम में पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 5 बजे से लेकर 6 बजकर 36 मिनट तक है। ध्यान रहे कि आज दोपहर 3 बजकर 3 मिनट से 4 बजकर 29 मिनट तक राहुकाल है। ऐसे में राहुकाल के दौरान शुभ कार्य न करें।
पूजन विधि
चित्रगुप्त भगवान की पूजा के लिए सबसे पहले पूजन स्थल को साफ करके वहां एक चौकी स्थापित करें। इसके बाद उस पर लाल या पीले रंग का साफ वस्त्र बिछाएं। अब इस पर चित्रगुप्त भगवान की प्रतिमा स्थापित करें। फिर विधि पूर्वक भगवान की पूजा करें। पूजन के दौरान उन्हें धूप, दीप, फूल अक्षत और नैवेद्य इत्यादि अर्पित करें। साथ ही साथ पूजन के क्रम में भगवान की प्रतिमा के सामने कलम और दवात रखें। इसके बाद एक सफेद कागज पर हल्दी लगातर उस पर श्रीगणेशाय नमः लिखें। फिर इस कागज के नीचे नाम-पता और तारीख लिखें। इसके अलावा कागज की दूसरी तरफ अपने खर्चों का पूरा विवरण लिखें। इसके बाद कागज पर 11 या 21 बार ओम् चित्रगुप्ताय नमः लिखें। पूजन के अंत में कलम लेकर अपने पास रखें।
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पूजन सामग्री
चित्रगुप्त भगवान की प्रतिमा, कपूर, तुलसी के पत्ते, मिष्ठान, कागज, कलम, दवात, शहद, लाल या पीले रंग का कपड़ा, गंगाजल, सरसों का तेल, इंक, पान, फल, फूल, रोली, चंदन इत्यादि।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।