Aaj Ka Panchang 1 march 2025: आज 1 मार्च, 2025 को फाल्गुन माह का 17वां दिन है यानी आज इस माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है। आज दिनमान यानी दिन की लंबाई 11 घंटे 34 मिनट 46 सेकंड की है, जबकि रात्रिमान 12 घंटे 24 मिनट 10 सेकंड की होगी। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, यह वसंत ऋतु है और सूर्य वर्तमान में उत्तरायण में गोचर कर रहे हैं।
आइए जानते हैं, 1 मार्च के पंचांग के पांचों अंग यानी तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण की क्या स्थितियां हैं? आज का कौन-सा समय आपके लिए शुभ सिद्ध होने के योग दर्शा रहा है और आज का राहु काल का समय क्या है?
आज का पंचांग
तिथि: आज फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है, जो 2 मार्च के 12:09 AM तक रहेगी। इसके बाद तृतीया तिथि शुरु हो जाएगी। द्वितीया तिथि एक भद्रा तिथि है, जिसके स्वामी भगवान ब्राहम हैं और इस दिन का स्वभाव मंगलप्रद होता है। यह तिथि शुभ मुहूर्तों में स्वीकृत है।
नक्षत्र: आज 11:22 AM तक पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र व्याप्त रहेगी। इसके बाद उत्तराभाद्रपद नक्षत्र शुरू होगी। पूर्वाभाद्रपद और उत्तराभाद्रपद दोनों ही नक्षत्र शुभ मुहूर्तों में स्वीकृत है, इसलिए यह सभी प्रकार के शुभ कार्यों के लिए उत्तम माने गए हैं।
दिन/वार: आज दिन शनिवार है, जो बजरंग बली हनुमान जी और भगवान शनिदेव की आराधना का विशेष दिन माना गया है।
योग: आज 04:25 PM तक साध्य योग व्याप्त रहेगा। इसके बाद शुभ योग की शुरुआत जो जाएगी। साध्य योग को अच्छा नहीं माना गया है, लेकिन शुभ एक शुभ योग है।
इसके साथ ही आज त्रिपुष्कर योग भी है, जिससे यह दिन खास बन गया है। इस योग की अवधि को आप नीचे शुभ योग की कैटेगरी में देख सकते हैं।
करण: आज 01:43 PM तक बालव करण का प्रभाव रहेगा, इसके बाद कौलव करण की शुरुआत होगी, जो 2 मार्च के 12:09 AM तक व्याप्त रहेगी। इसके बाद तैतिल करण आरंभ हो जाएगा।
सूर्य-चंद्र गोचर
आज के पंचाग के उपर्युक्त इन 5 अंगों के साथ ही आज सूर्य और चंद्र गोचर की स्थिति इस प्रकार रहने के योग हैं:
सूर्य गोचर: सूर्य कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं, जो शनि ग्रह के स्वामित्व वाली राशि है।
चन्द्र गोचर: चंद्रमा आज मीन राशि में गोचर कर रहे हैं, जिसके स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं।
शुभ-अशुभ काल
आज शुभ मुहूर्तों की स्थितियां इस प्रकार रहने योग हैं:
ब्रह्म मुहूर्त: 05:07 AM से 05:56 AM
प्रातः सन्ध्या: 05:32 AM से 06:46 AM
अभिजित मुहूर्त: 12:10 PM से 12:57 PM
विजय मुहूर्त: 02:29 PM से 03:16 PM
गोधूलि मुहूर्त: 06:19 PM से 06:43 PM
सायाह्न सन्ध्या: 06:21 PM से 07:35 PM
अमृत काल: 04:40 AM, मार्च 02 से 06:06 AM, मार्च 02
निशिता मुहूर्त: 12:08 AM, मार्च 02 से 12:58 AM, मार्च 02
त्रिपुष्कर योग: 06:46 AM से 11:22 AM
आज अशुभ मुहूर्तों की स्थितियां इस प्रकार रहने योग हैं:
राहुकाल: आज राहु काल 09:40 AM से 11:07 AM तक रहने का योग है। हिन्दू धर्म में इस अवधि में कोई भी शुभ कार्य आरंभ करने की मनाही है।
यमगण्ड: 02:00 PM से 03:27 PM
गुलिक काल: 06:46 AM से 08:13 AM
दुर्मुहूर्त काल: 06:46 AM से 07:33 AM और 07:33 AM से 08:19 AM
विष घटी/वर्ज्य काल: 08:01 PM से 09:27 PM
पंचक: यह पूरे दिन व्याप्त रहेगा।
1 मार्च 2025 के पर्व और त्योहार
शनिवार का व्रत: आज दिन शनिवार है। यह दिन हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है और इसे कर्मफल दाता शनिदेव को समर्पित माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि शनिदेव मनुष्य के अच्छे और बुरे कर्मों के आधार पर फल प्रदान करते हैं, इसलिए इस दिन उनका पूजन एवं व्रत करना अत्यंत लाभकारी होता है।
इसके साथ ही, शनिवार का दिन बजरंगबली हनुमान जी की आराधना के लिए भी शुभ माना जाता है। मान्यता के अनुसार, हनुमान जी की भक्ति करने से शनि ग्रह के प्रभाव से उत्पन्न कष्टों से मुक्ति मिलती है। स्वयं शनिदेव ने हनुमान जी को यह वचन दिया था कि जो भी उनकी उपासना करेगा, उसे वे कोई कष्ट नहीं देंगे।
आज की यात्रा टिप्स: आज पूर्व दिशा में दिशाशूल होने के कारण, आपातकाल को छोड़कर आज इस दिशा में यात्रा करना शुभ नहीं है।
पंचांग का महत्व
पंचांग केवल तिथियों और त्योहारों का कैलेंडर नहीं है, बल्कि यह जीवन को सफल और समृद्ध बनाने का एक महत्वपूर्ण साधन है। यह ब्रह्मांड की प्राकृतिक लय और खगोलीय घटनाओं के अनुसार चलने की प्रेरणा देता है, जिससे समय और परिस्थितियाँ अनुकूल बनाई जा सकती हैं। पंचांग के पाँच प्रमुख अंग- वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण का ध्यान रखकर यदि महत्वपूर्ण कार्य किए जाएं, तो सफलता और समृद्धि के अवसर बढ़ जाते हैं। हिंदू संस्कृति में शुभ कार्यों जैसे कि विवाह, गृह प्रवेश, व्यवसाय की शुरुआत, यात्रा आदि। इन कार्यों को पंचांग के अनुसार करने से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है और इच्छित फल की प्राप्ति होती है।
जीवन में पंचांग की भूमिका: पंचांग केवल शुभ मुहूर्त बताने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह हमारी निर्णय क्षमता को भी सुदृढ़ करता है। यह प्रकृति और ब्रह्मांड की ऊर्जा के साथ संतुलन स्थापित करने में सहायक होता है। इससे व्यक्ति के जीवन में शांति, समृद्धि और सकारात्मकता का संचार होता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।