Aaj Ka Panchang 6 February 2025: आज 6 फरवरी, 2025 को माघ माह का 24वां दिन है और आज इस माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है। आज दिनमान यानी दिन की लंबाई 10 घंटे 58 मिनट 15 सेकंड की है, जबकि रात्रिमान 13 घंटे 01 मिनट 04 सेकंड की होगी। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, यह शिशिर ऋतु है और सूर्य वर्तमान में उत्तरायण होकर गोचर कर रहे हैं।
आज माघ माह की गुप्त नवरात्रि का नौवां दिन है। आइए जानते हैं, 6 फरवरी के पंचांग के पांचों अंग यानी तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण की क्या स्थितियां हैं और आज का कौन-सा समय आपके लिए शुभ सिद्ध होने के योग दर्शा रहा है और आज का राहु काल क्या है?
आज का पंचांग
तिथि: आज 6 फरवरी, 2025 को पूरे दिन नवमी तिथि है, जो रात को 10:53 PM बजे समाप्त होगी और इसके बाद दशमी तिथि शुरु हो जाएगी। यूं तो नवमी तिथि को अधिकांश कार्यों के लिए शुभ माना जाता है, इसलिए यह शुभ मुहूर्तों में सम्मिलित है। लेकिन आज रवि योग के साथ अशुभ ज्वालामुखी योग भी बन रहा है। इसलिए सावधानी से कार्य करना जरूरी है।
नक्षत्र: आज 6 फरवरी को रात के 07:29 PM तक कृत्तिका योग व्याप्त रहेगा। इसके बाद रोहिणी नक्षत्र शुरू होगा। कृत्तिका नक्षत्र शुभ कार्यों के लिए उत्तम नहीं माना जाता है, लेकिन रोहिणी शुभ मुहूर्तों में सम्मिलित है।
दिन/वार: आज दिन गुरुवार है, जो जगतपालक भगवान विष्णु की आराधना का एक उत्तम दिन माना गया है। साथ ही आज का दिन नवग्रहों में देवगुरु बृहस्पति को समर्पित है।
योग: आज शाम के 06:42 PM बजे तक ब्रह्म योग व्याप्त रहेगा। इसके बाद इंद्र योग आरंभ हो जाएगा। ये दोनों योग अधिकांश शुभ कार्यों के लिए उत्तम माने गए हैं।
करण: आज दिन एक 11:42 AM बजे तक बालव करण का प्रभाव रहेगा, इसके बाद कौलव करण की शुरुआत होगी, जो 10:53 PM बजे तक प्रभावी रहेगा। इसके बाद तैतिल करण आरंभ हो जाएगा।
सूर्य-चंद्र गोचर
आज के पंचाग के उपर्युक्त इन 5 अंगों के साथ ही आज सूर्य और चंद्र गोचर की स्थिति इस प्रकार रहने योग हैं:
सूर्य गोचर: सूर्य मकर राशि में गोचर कर रहे हैं, जो शनि ग्रह के स्वामित्व वाली राशि है।
चन्द्र गोचर: आज चंद्रमा वृषभ राशि में गोचर कर रहे हैं। इस राशि में चंद्रमा उच्च के हो जाते हैं।
शुभ-अशुभ काल
आज शुभ मुहूर्तों की स्थितियां इस प्रकार रहने योग हैं:
ब्रह्म मुहूर्त: 05:22 AM से 06:14 AM
प्रातः सन्ध्या: 05:48 AM से 07:06 AM
अभिजित मुहूर्त: 12:13 PM से 12:57 PM
विजय मुहूर्त: 02:25 PM से 03:09 PM
गोधूलि मुहूर्त: 06:02 PM से 06:28 PM
सायाह्न सन्ध्या: 06:04 PM से 07:23 PM
अमृत काल: 05:12 PM से 06:43 PM
निशिता मुहूर्त: 12:09 AM, फरवरी 07 से 01:01 AM, फरवरी 07
रवि योग: 07:06 AM से 07:58 AM और 07:29 PM से 07:06 AM, फरवरी 07
आज अशुभ मुहूर्तों की स्थितियां इस प्रकार रहने योग हैं:
राहुकाल: आज राहु काल दोपहर बाद 01:58 PM से 03:20 PM तक रहने का योग है। हिन्दू धर्म में इस अवधि में कोई भी शुभ कार्य आरंभ करने की मनाही है।
यमगण्ड: 07:06 AM से 08:29 AM
ज्वालामुखी योग: 07:29 PM से 10:53 PM
दुर्मुहूर्त काल: 10:46 AM से 11:30 AM
गुलिक काल: 09:51 AM से 11:13 AM और 03:09 PM से 03:53 PM
विष घटी/वर्ज्य: 08:01 AM से 09:33 AM
6 फरवरी 2025 के पर्व और त्योहार
आज माघ गुप्त नवरात्रि का नौवां दिन है। दश महाविद्याओं में से गुप्त नवरात्रि के नौवें दिन मां मातंगी की आराधना की जाती है, जबकि सामान्य रूप से नौवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। यह नवरात्रि 7 फरवरी 2025 तक चलेगी, जो विशेष रूप से तंत्र साधना के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है।
गुरुवार का व्रत: गुरुवार के दिन जगत के पालनकर्ता श्रीलक्ष्मीपति भगवान श्री हरि विष्णु की आराधना की जाती है और नवग्रहों में देवगुरु माने गए बृहस्पति ग्रह की पूजा करने का विधान है। आज बृहस्पति गृह को मजबूत करने के उपाय भी किए जाते हैं।
आज की यात्रा टिप्स: आज दक्षिण दिशा में दिशाशूल होने के कारण, आपातकाल को छोड़कर आज इस दिशा में यात्रा करना शुभ नहीं है।
पंचांग का महत्व
हिंदू धर्म में पंचांग केवल तिथियों और त्योहारों का कैलेंडर नहीं है, बल्कि यह हर शुभ कार्य की सफलता की नींव भी रखता है। यह वार, तिथि, नक्षत्र, योग और मुहूर्त का संतुलित संगम है, जो हमें सही समय पर उचित निर्णय लेने में सहायक होता है।
विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण, मुंडन, नए व्यापार की शुरुआत या कोई अन्य शुभ कार्य—हर मांगलिक आयोजन पंचांग में निर्धारित शुभ मुहूर्त के अनुसार ही किया जाता है। मान्यता है कि शुभ समय में आरंभ किया गया कार्य न केवल सफल होता है, बल्कि जीवन में सुख, समृद्धि और शांति भी लाता है।
सनातन धर्म में पंचांग को मात्र एक कैलेंडर नहीं, बल्कि ब्रह्मांडीय ऊर्जा को अपने पक्ष में करने का प्राचीन विज्ञान माना गया है। सही समय पर किया गया एक छोटा-सा प्रयास भी बड़े सकारात्मक बदलाव ला सकता है। इसलिए, पंचांग को जीवन का मार्गदर्शक मानकर उसका अनुसरण करना उन्नति और सफलता का द्वार खोल सकता है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।