US on China: चीन की ओर से अरुणाचल प्रदेश में 11 स्थानों का नाम बदलने के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने अरुणाचल प्रदेश को भारत के अभिन्न अंग के रूप में मान्यता दी है। इलाकों का नाम बदलकर क्षेत्रीय दावों को आगे बढ़ाने के किसी भी एकतरफा प्रयास का अमेरिका विरोध करता है।
जानकारी के मुताबिक चीन ने मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश में 11 और स्थानों के लिए चीनी नामों की घोषणा की। चीन इस क्षेत्र को पड़ोसी देश तिब्बत का दक्षिणी हिस्सा होने का दावा करता है। चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय की ओर से रविवार को 11 स्थानों के आधिकारिक नाम जारी किए गए।
बदले हुए नामों में पर्वत चोटियों, नदियों और आवासीय क्षेत्र शामिल हैं। बताया गया है कि चीन ने यह तीसरी बार किया है। इससे पहले अप्रैल 2017 और दिसंबर 2021 में भी एकतरफा रूप से अरुणाचल प्रदेश में कुछ स्थानों का नाम बदला था।
इस मामले में अमेरिका ने कहा है कि वह किसी भी एकतरफा प्रयास का पुरजोर विरोध करता है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव काराइन जीन-पियरे ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने उस क्षेत्र (अरुणाचल प्रदेश) को लंबे समय से (भारत के अभिन्न अंग के रूप में) मान्यता दी है।
हम इलाकों का नाम बदलकर क्षेत्रीय दावों को आगे बढ़ाने के किसी भी एकतरफा प्रयास का कड़ा विरोध करते हैं। जीन-पियरे ने अपना यह बयान दैनिक समाचार सम्मेलन में संवाददाताओं के सामने दिया।
चीन के दावे पर भारत की कड़ी प्रतिक्रिया
इस बीच चीन के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत ने अरुणाचल प्रदेश में कुछ जगहों के नाम बदलने के बीजिंग के कदम को सिरे से खारिज कर दिया। विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा है कि अरुणाचल भारत का एक अभिन्न अंग है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमने ऐसी रिपोर्ट देखी हैं। यह पहली बार नहीं है जब चीन ने इस तरह का प्रयास किया है। हम इसे सिरे से खारिज करते हैं।
उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविच्छेद्य अंग है, और रहेगा। इन नए नामों को निर्दिष्ट करने का प्रयास इस वास्तविकता को नहीं बदल सकता है।