पाकिस्तान इस समय गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है। वर्षों से पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बदतर होती जा रही है, लेकिन इसके बावजूद वह भारत के खिलाफ युद्ध की तैयारी में जुटा है। जबकि जमीनी हकीकत इतनी खराब है कि जानकर हैरानी होगी। आपने लोगों को पाकिस्तानी नागरिकों को आटे और पानी के लिए लड़ते देखा होगा, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि लोग खाना पकाने के लिए गैस को प्लास्टिक की थैली में भरकर लाते हैं? जी हां, पाकिस्तान में ऐसा हो रहा है।
क्यों प्लास्टिक बैग में गैस भरते हैं पाकिस्तानी?
आमतौर पर गैस सिलेंडर स्टील या मिश्रधातु से बने होते हैं, जिनकी कीमत करीब 10,000 पाकिस्तानी रुपये होती है। महंगे होने की वजह से गरीब लोग इसे खरीद नहीं पाते। ऐसे में वे 500-900 रुपये में प्लास्टिक के बैग खरीदकर उसमें गैस भरवाते हैं। गैस कम्प्रेसर की कीमत भी करीब 1,500-2,000 रुपये होती है। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है।
हालांकि, हाल ही में प्लास्टिक थैलों में गैस भरने पर रोक लगा दी गई है और इसे गैरकानूनी घोषित कर दिया गया है। इस्लामाबाद के एक अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि गैस से जलने के मामले रोजाना आते हैं, जिनमें से कई गंभीर रूप से झुलसे हुए होते हैं।
रोक बस दिखावा, क्या है समाधान?
इसके बावजूद, लोग अब भी चोरी-छिपे इस खतरनाक प्लास्टिक बैग का उपयोग कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब दुकानदार केवल भरोसेमंद ग्राहकों को ही ये बैग बेचते हैं। DW की रिपोर्ट में जानकारों के हवाले से कहा गया है कि इस तरह की रोक केवल दिखावा है, अगर गैस की कीमतें सस्ती कर दी जाएं, तो समस्या अपने आप हल हो जाएगी।
इस बीच, पहलगाम में आतंकी हमला होने के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव बढ़ गया है। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं, जिनमें सिंधु जल समझौते को स्थगित करना, एयरस्पेस बंद करना, आयात पर रोक लगाना और पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश देना शामिल है।