22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस हमले में कई बेकसूर लोग मारे गए, जिससे देशभर में गुस्सा और दुख की लहर दौड़ गई। इस घटना के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए पाकिस्तान को स्पष्ट संकेत दिए हैं कि अब कार्रवाई तय है। दोनों देशों के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर है। भारत की नजर अब पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर है और वहां सैन्य कार्रवाई की संभावनाएं तेज हो गई हैं। पाकिस्तान ने भी अपने सैनिकों को हाई अलर्ट पर रखा है। आइए जानते हैं उन पाकिस्तान के 5 प्रमुख आतंकी और सैन्य ठिकानों के बारे में।
हाफिज सईद और लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय
हाफिज सईद पाकिस्तान में रहने वाला एक कुख्यात आतंकवादी है। भारत में हुए 2008 के मुंबई हमले में इसका नाम मुख्य साजिशकर्ता के रूप में सामने आया था। उसने लश्कर-ए-तैयबा नाम का एक आतंकी संगठन बनाया है जो भारत में कई हमलों के लिए जिम्मेदार माना जाता है। इस संगठन के मुख्य ठिकाने पाकिस्तान के लाहौर और मुरिदके में हैं। भारत को शक है कि इन्हीं ठिकानों से आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती है और फिर उन्हें भारत में हमला करने भेजा जाता है। इसलिए अगर भारत कोई सख्त सैन्य कार्रवाई करता है, तो ये जगहें सबसे पहले उसके निशाने पर हो सकती हैं। इससे भारत को यह संदेश देने का मौका मिलेगा कि वह अब आतंकी संगठनों को बर्दाश्त नहीं करेगा।
मसूद अजहर और जैश-ए-मोहम्मद के कैंप
मसूद अजहर भी एक बेहद खतरनाक आतंकवादी है। उसने जैश-ए-मोहम्मद नाम का एक संगठन बनाया है जो भारत में कई बड़े बम धमाकों और हमलों के लिए जिम्मेदार रहा है। पुलवामा में CRPF जवानों पर हुए आत्मघाती हमले में भी इसका नाम सामने आया था। इसके संगठन के ट्रेनिंग कैंप पाकिस्तान के बहावलपुर इलाके में और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में हैं। यहां आतंकियों को हथियार चलाना, छिपने की तरकीबें और हमला करने की ट्रेनिंग दी जाती है। इसके अलावा जैश के आतंकियों को भारत में भेजने के लिए कुछ खास ठिकाने जैसे रावलकोट और कोटली में लॉन्च पैड बनाए गए हैं। भारत इन पर भी हमला कर सकता है ताकि इनकी गतिविधियों को रोका जा सके।
पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर का सैन्य मुख्यालय
जनरल आसिम मुनीर पाकिस्तान की सेना का प्रमुख है। भारत का आरोप है कि वह सिर्फ सेना का नेतृत्व ही नहीं कर रहा, बल्कि भारत-विरोधी गतिविधियों की योजनाएं भी बना रहा है। रावलपिंडी में उसका सैन्य मुख्यालय है, जहां से सेना के ऑपरेशन और रणनीति तय की जाती है। अगर भारत को पक्का यकीन हो जाए कि पहलगाम हमला भी पाकिस्तान की सेना की मदद से हुआ है, तो भारत इस सैन्य मुख्यालय को भी टारगेट कर सकता है। इससे यह संदेश जाएगा कि भारत अब सिर्फ आतंकियों पर ही नहीं, बल्कि उन्हें मदद देने वालों पर भी जवाबी कार्रवाई करेगा।
पीओके के लॉन्च पैड और आतंकी कैंप
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में आतंकियों के लिए कई ट्रेनिंग सेंटर और लॉन्च पैड बने हुए हैं। ट्रेनिंग सेंटरों में आतंकियों को बम बनाना, बंदूक चलाना और छिपकर हमला करना सिखाया जाता है। लॉन्च पैड वो जगह होती है जहाँ से आतंकी भारतीय सीमा में भेजे जाते हैं। भारत की रिपोर्ट्स के अनुसार पीओके में इस समय 17 ट्रेनिंग कैंप और 37 लॉन्च पैड एक्टिव हैं। इन्हीं से आतंकी भारत में घुसपैठ कर हमले करते हैं। इसलिए भारत इन्हें खत्म करना चाहता है ताकि आतंकवाद की जड़ पर सीधा वार हो सके और हमारे देश की सीमा सुरक्षित रहे।
ISI का मुख्यालय
ISI यानी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस, पाकिस्तान की सबसे ताकतवर खुफिया एजेंसी है। भारत कई बार इस एजेंसी पर आतंकियों को पैसा, हथियार और जानकारी देने का आरोप लगा चुका है। ISI का हेडक्वार्टर इस्लामाबाद में है और यहीं से यह एजेंसी आतंकी गतिविधियों की प्लानिंग करती है। भारत को शक है कि पहलगाम में जो हमला हुआ, उसमें भी ISI की सीधी भूमिका हो सकती है। अगर जांच में यह साबित होता है कि ISI इसमें शामिल है, तो भारत इस हेडक्वार्टर को भी टारगेट कर सकता है। इससे पाकिस्तान को यह चेतावनी मिलेगी कि भारत अब सिर्फ बातें नहीं करेगा, बल्कि जरूरत पड़ने पर एक्शन भी लेगा।