Ancient Pyramids : आपने इतिहास की किताबों में पिरामिड के बारे में जरूर पढ़ा होगा। मिस्र के सात प्रमुख पिरामिडों में से एक पिरामिड में हाइड्रोलिक के साक्ष्य मिले हैं। इसे लेकर पीएलओएस वन पत्रिका में हाल ही में एक शोध प्रकाशित हुआ था। वैज्ञानिकों ने रिसर्च में पाया कि मिस्र के साक्कारा में जोसर का स्टेप पिरामिड सबसे पुराना है। इसे करीब 4,500 साल पहले बनाया गया था। इस पिरामिड को बनाने के लिए हाइड्रोलिक सिस्टम का इस्तेमाल किया गया था।
हाइड्रोलिक सिस्टम के जरिए पिरामिड बनाने के लिए बड़े-बड़े पत्थरों को जमीन से ऊपर की ओर ले जाए गए थे। शोधकर्ताओं ने बताया कि 4,500 साल पहले ही हाइड्रोलिक प्रणालियों की शुरुआत हो गई थी। हाइड्रोलिक सिस्टम से पिरामिड के लिए पत्थरों को उठाना पड़ता था और पानी को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया जाता था। मिस्रवासियों को आधुनिक वैज्ञानिकों से पहले ही हाइड्रोलिक सिस्टम की समझ थी।
क्या पिरामिड से भी पहले हुआ था इस सिस्टम का उपयोग?
अब बड़ा सवाल उठता है कि क्या यह हाइड्रोलिक सिस्टम का पहला बड़ा उपयोग था या फिर इससे पहले भी इसका इस्तेमाल किया गया था। जवाब चाहे जो भी हो, लेकिन स्टेप पिरामिड को पूरा करना कोई आसान काम नहीं था। वैज्ञानिकों का कहना है कि मैप के आधार पर बांध के अलावा जोसर परिसर के पश्चिम में एक अस्थायी झील भी थी, जिसके चारों ओर पानी बहता था।
जानें क्या है ड्राई मोट?
नील नदी की सहायक नदी से इस क्षेत्र में पानी जाता था, इसलिए बांध से एक अस्थायी झील बनाई गई थी, जो संभवतः नदी को जोसर स्थल के चारों ओर एक ‘ड्राई मोट’ से जोड़ती है। ‘ड्राई मोट’ का मतलब है कि पिरामिड के इर्दगिर्द बनाई गई एक गहरी और चौड़ी खाई होती है, जिसमें पानी भरा होता है। दुश्मनों से पिरामिड की सुरक्षा के लिए ‘ड्राई मोट’ बनाई जाती है। यह हाइड्रोलिक सिस्टम से ही संभव हो सकता है। साथ ही पिरामिड के अंदर बने डिजाइन में हाइड्रोलिक सिस्टम का उपयोग किया गया था।