World News in Hindi: जापान में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया है, जिसके बाद सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार सोमवार देर रात दक्षिण-पश्चिमी जापान में 6.8 तीव्रता के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप के बाद अधिकारियों ने सुनामी को लेकर अलर्ट जारी किया है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (JMA) के अनुसार क्यूशू क्षेत्र में मियाजाकी स्टेट के पास रात 21:19 बजे (1219 GMT) पर भूंकप आया है। इसके बाद विभाग की ओर से एक मीटर (3 फीट) तक की सुनामी लहरों को लेकर चेतावनी जारी की गई है। USGS के अनुसार इस भूकंप से सुनामी का खतरा नहीं है।
यह भी पढ़ें:160000 साल बाद धरती के करीब से गुजरेगा ये धूमकेतु, आज रात दिखेगा आसमान में
JMA ने फिर भी तटीय इलाके के लोगों से आग्रह किया है कि वे समुद्र और आसपास के क्षेत्रों से दूरी बनाकर रखें। भूकंप का केंद्र दक्षिणी पश्चिमी द्वीप क्यूशू को बताया गया है। जापान ऐसा देश है, जहां अक्सर भूकंप आते हैं। इससे पहले सात जनवरी को तिब्बत में आए भूकंप ने बड़ी तबाही मचाई थी। तिब्बत में आए भूकंप की तीव्रता 7.1 थी, जिसकी वजह से 126 लोग मारे गए थे। वहीं, 30 हजार से अधिक लोगों को पलायन करना पड़ा था। अकेले शिगात्से शहर में साढ़े 3 हजार से अधिक इमारतें तबाह हो गई थीं। तिब्बत में ये भूकंप डिंगरी काउंटी इलाके में आया था, जिसने बुनियादी ढांचे को तबाह कर दिया था। इसके अलावा नेपाल, उत्तरी भारत और भूटान में भी झटके महसूस किए गए थे।
I live on Kyushu Island 2 hours away from the quake, it’s a 6.9 now and we’re under a Tsunami advisory. It shook my house pretty good in central Kyushu. pic.twitter.com/7lUMYVU05H
---विज्ञापन---— TheÐogeGlory (@GloryDoge) January 13, 2025
जापान में क्यों आते हैं इतने भूकंप?
बड़ा सवाल यह है कि आखिर जापान में इतने भूकंप क्यों आते हैं? यह देश प्रशांत बेसिन में है, जिसकी वजह से टेक्टोनिक प्लेटें समय-समय पर एक-दूसरे से टकराती रहती हैं। इस इलाके को रिंग ऑफ फायर भी कहा जाता है। क्योंकि यह इलाका भूकंप और ज्वालामुखी सक्रिय कहलाता है। टेक्टोनिक प्लेटों के टकराने से ही भूकंप आते हैं। 2004 में जापान में आए भूकंप की वजह से हजारों लोग मारे गए थे। हजारों इमारतें गिर गई थीं।
यह भी पढ़ें:कैलिफोर्निया में भड़की आग पर डराने वाली भविष्यवाणी का वीडियो वायरल, जानें Joe Rogan ने क्या कहा था?