Bangladesh Violence : भारत के पड़ोसी मुल्क में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी। बांग्लादेश में हमलावरों ने बुधवार की रात को बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान के घर पर हमला बोल दिया। भारी संख्या में पहुंचे दंगाइयों ने पहले उनके घर में तोड़फोड़ की और फिर आग लगा दी। इस घटना के दौरान सुरक्षा बलों की टीम गायब रही। छात्र संगठनों ने यह हमला किया। आइए जानते हैं कि बांग्लादेश में क्यों भड़की हिंसा?
यह हमला बांग्लादेश की राजधानी ढाका के धानमंडी इलाके में हुआ, जहां शेख मुजीबुर्रहमान का घर स्थित है। 6 फरवरी को शेख हसानी की पार्टी अवामी लीग के प्रदर्शन से पहले ही छात्र भड़क उठे और उन्होंने जमकर उत्पात मचाया। छात्र संगठनों ने अवामी लीग पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। हमलावर अपने साथ बुलडोजर भी लेकर आए थे।
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#BREAKING: Bangladesh: Violent mob of students has vandalised the historic home of Bangabandhu Sheikh Mujibur Rahman at Dhanmondi-32 of Dhaka, minutes before an online address of Sheikh Hasina. Protesters demanded ban on Awami League. Massive violence continues at this moment. pic.twitter.com/ABMTTJE8Ud
---विज्ञापन---— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) February 5, 2025
मुजीबुर्रहमान के घर पहुंचे प्रदर्शनकारी
शेख हसीना के ऑनलाइन संबोधन के जवाब में छात्र संगठनों ने प्रदर्शन किया। हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी देर रात मुजीबुर्रहमान के घर पहुंचे और अंदर घुस गए। हमलावरों ने लाठी-डंडों से मकान में तोड़फोड़ की और फिर आग लगा दी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी भी की। इस घटना को लेकर कई वीडियो भी सामने आए हैं, जिसमें प्रदर्शकारी नजर आ रहे हैं।
“নারায়ে তাকবীর
আল্লাহু আকবার”
স্লোগান দিয়ে বাকশালি ফিরা*ও*নের উত্তরসূরীদের কিবলাতে আঘাত হানছে বি*প্ল*বী ছাত্রজনতার বুলডোজার।#Dhaka #Bangladesh #Dhanmondi32 #SheikhHasina pic.twitter.com/Cv4GVxLsYa— Basherkella – বাঁশেরকেল্লা (@basherkella) February 5, 2025
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जानें बांग्लादेश में क्यों भड़की हिंसा?
आपको बता दें कि अवामी लीग ने गुरुवार को अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को एजकुट होकर प्रदर्शन करने की अपील की थी। अवामी लीग के नेता और कार्यकर्ता ट्रांसपोर्ट सिस्टम से लेकर हाईवे समेत कई शहर बंद करने वाले थे। मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ जारी हिंसा के विरोध में यह प्रदर्शन होना था, लेकिन इसके विरोध में एक दिन पहले ही छात्रों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया।