म्यांमार में एक Astrologer को उसके वायरल टिक-टॉक वीडियो के कारण गिरफ्तार किया गया जिसमें उसने देश में एक और बड़े भूकंप की भविष्यवाणी की थी। इस वीडियो ने पूरे देश में डर का माहौल बना दिया। जॉन मोए थे नाम के इस Astrologer ने 9 अप्रैल को वीडियो पोस्ट किया था जिसमें उसने 21 अप्रैल को म्यांमार के हर शहर में भूकंप आने की चेतावनी दी थी। इस वीडियो के कारण लाखों लोग दहशत में आ गए और कुछ लोग तो अपने घरों से बाहर सोने तक चले गए।
वीडियो में क्या था खास?
जॉन मोए थे के वीडियो में उन्होंने कहा था कि 21 अप्रैल को म्यांमार में एक बड़ा भूकंप आएगा और लोग ऊंची इमारतों से दूर रहें। उसने कहा कि लोग भूकंप के दौरान अपनी जरूरी चीजें लेकर इमारतों से बाहर निकल जाएं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर इतनी तेजी से फैला कि उसे तीन मिलियन से ज्यादा लोगों ने देखा। इसके बाद सरकार ने इस वीडियो को गलत जानकारी फैलाने और जनता में डर पैदा करने के आरोप में उसे गिरफ्तार किया।
Astrologer का गिरफ्तार होना और विवाद
म्यांमार के सूचना मंत्रालय ने बताया कि जॉन मोए थे को मंगलवार को सगिंग क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। उसे झूठी जानकारी देने और सार्वजनिक भय फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। सरकार के अधिकारियों ने कहा कि भूकंप की भविष्यवाणी करना असंभव है क्योंकि भूकंपों के लिए कई जटिल कारण होते हैं। विशेषज्ञों ने भी इसकी पुष्टि की कि भूकंप को सही तरीके से भविष्यवाणी नहीं किया जा सकता।
भूकंप से पहले का माहौल
इस घटना के बाद, कई लोग मानते थे कि वीडियो में बताई गई भविष्यवाणी सच हो सकती है और उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए बाहर सोने का फैसला किया। यांगून की एक निवासी ने कहा कि उसके पड़ोस में लोग इस वीडियो को सच मानकर अपने घरों से बाहर निकल गए थे।
The regime has arrested a popular fortune teller for predicting another massive earthquake on his TikTok account. John Moe Thae, who uses the handle John Palmistry, was arrested in Sagaing’s Monywa town on Tuesday for “spreading rumors.”#WhatsHappeningInMyanmar pic.twitter.com/yR5kgni4Cl
— The Irrawaddy (Eng) (@IrrawaddyNews) April 24, 2025
म्यांमार में भूकंप का प्रभाव
यह घटना म्यांमार में 28 मार्च को आए भूकंप के बाद हुई है जिसने मंड़ाले और सगिंग क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई थी। इस भूकंप की तीव्रता 7.7 थी और इसने 3500 लोगों की जान ली। भूकंप के बाद म्यांमार सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय मदद की अपील की थी। इस भूकंप के झटके 1000 किलोमीटर दूर थाईलैंड तक महसूस हुए थे जहां एक निर्माण स्थल ढहने से दर्जनों श्रमिकों की मौत हो गई थी।