अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान का युद्ध रुकवाने का दावा किया है। ट्रंप ने दावा किया उन्होंने ही दोनों देशों के बीच सीजफायर कराया था। इसके लिए उन्होंने दोनों देशों से कहा था कि अगर वह आपस में लड़ते रहे तो वो उनसे ट्रेड डील नहीं करेंगे।
#WATCH | Hague, Netherlands: US President Donald Trump says “…The most important of all, India and Pakistan…I ended that with a series of phone calls on trade. I said if you’re going to go fighting each other, we’re not doing any trade deal. The General from Pakistan was in… pic.twitter.com/xQpQl86jbA
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) June 25, 2025
पाक जनरल असीम मुनीर पर कही ये बात
नीदरलैंड के हेग में डोनाल्ड ट्रंप ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को उन्होंने फोन पर ही समाप्त करा दिया था। उन्होंने दोनों देशों से व्यापार पर बात की है। उन्होंने कहा कि अगर वो एक-दूसरे से लड़ते रहे तो उनसे ट्रेड (व्यापार) डील नहीं की जाएगी। पिछले हफ्ते पाकिस्तान के जनरल असीम मुनीर से उन्होंने अपने ऑफिस में मुलाकात की थी।
ट्रेड डील समाप्त करने की बात पर मोदी माने
ट्रंप ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी उनके बहुत अच्छे दोस्त हैं। मोदी एक सज्जन व्यक्ति हैं। उन्होंने मोदी को समझाया कि अगर आप लड़ते रहे तो हम ट्रेड डील नहीं करेंगे। इस पर मोदी ने उनसे कहा कि वो ट्रेड डील करना चाहते हैं। इसके बाद ट्रंप ने दावा किया हमने दोनों देशों के बीच परमाणु युद्ध रोका है।
डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन को लेकर किया बड़ा दावा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को लेकर भी बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर में मदद करने के लिए पुतिन ने उन्हें फोन किया था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। उन्होंने पुतिन से यूक्रेन युद्ध के लिए उनकी मदद करने की बात कही थी।
ट्रंप के दबाव में नाटो देशों जताई सहमति
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव के बाद नाटो देशों ने बुधवार को अपने रक्षा खर्च में वृद्धि पर सहमति जता दी है। बताया जाता है कि शिखर सम्मेलन में शामिल NATO देशों के 32 नेताओं ने इस प्रस्ताव पर सहमती जाताते हुए कहा कि सुरक्षा संबंधी व्यय पर प्रतिवर्ष जीडीपी का 5 प्रतिशत खर्च किया जाएगा। इस दौरान नेताओं ने फिर से नाटो की सामूहिक सुरक्षा गारंटी, यानी अनुच्छेद 5, के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है, जिसमें कहा गया है कि “एक पर हमला, सभी पर हमला” है।