TrendingAyodhya Ram MandirDharmendra & Hema MaliniBigg Boss 19Gold Price

---विज्ञापन---

ट्रंप ने फिलिस्तीन के 2 संगठनों को लेकर किया बड़ा फैसला, UN जनरल असेंबली की बैठक में नहीं ले सकेंगे हिस्सा

अमेरिका की ट्रंप सरकार ने शुक्रवार को फिलिस्तीन के 2 संगठनों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। विदेश मंत्री ने मार्कों रुबियो ने बताया कि दोनों संगठन शांति के लिए काम नहीं कर रहे हैं। अगर उन्हें आगामी UN जनरल असेंबली की बैठक का हिस्सा बनना है तो उन्हें पहले आतंकवाद को पूरी तरह छोड़ना होगा।

फिलिस्तीन के 2 संगठन UN की बैठक में नहीं ले सकेंगे हिस्सा।

अमेरिकी ट्रंप सरकार ने फिलिस्तीन को लेकर बड़ा ऐलान किया है। विदेश मंत्री ने मार्कों रुबियो ने बताया कि आगामी UN जनरल असेंबली की बैठक में फिलिस्तीन मुक्ति संगठन (PLO) और फिलिस्तीनी अथॉरिटी (PA) के मेंबरों को भाग नहीं लेने दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि नए वीजा नहीं दिए जाएंगे। साथ ही जो वीजा पहले से दिए गए हैं उन्हें भी कैंसिल किया जाएगा।

ट्रंप सरकार ने क्यों उठाया ये कदम?

विदेश मंत्री मार्को रुबियो के मुताबिक, ये दोनों संगठन शांति के लिए काम नहीं कर रहे हैं। अगर उन्हें इस बैठक का हिस्सा बनना है तो उन्हें पहले आतंकवाद को पूरी तरह छोड़ना होगा। इसके बाद ही उन पर विचार किया जाएगा। उनका कहना है कि फिलिस्तीन मुक्ति संगठन (PLO) और फिलिस्तीनी अथॉरिटी (PA) ने अपनी प्रतिबद्धताओं का पालन न करने और शांति की संभावनाओं को कमजोर करने के लिए जवाबदेह है। जिसमें पिछले साल 7 अक्तूबर का नरसंहार भी शामिल है।

---विज्ञापन---

आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद करना होगा

विदेश मंत्री मार्को रुबियो का कहना है कि इन दोनों संगठनों शिक्षा में आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद करना होगा। ये संगठन शिक्षा में आतंकवाद का खुले तौर पर समर्थन कर रहे हैं। PLO को अमेरिकी कानून वादे के अनुसार इसे हर हाल में बंद करना होगा। उन्होंने कहा कि PA फिलिस्तीन को एक देश के रूप में एकतरफा मान्यता प्राप्त करने का लगातार प्रयास कर रहा है। कई इंटरनेशल मंचों पर वे इस मुद्दे को रख चुके हैं। विदेश मंत्री का कहना है कि PA को इन प्रयासों को दरकिनार करते हुए बंद करना होगा।

---विज्ञापन---

ये भी पढ़ें: ट्रंप ने पूर्व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की सीक्रेट सुरक्षा ली वापस, 6 महीने पहले ही व्हाइट हाउस ने लिया बड़ा फैसला

गाजा युद्धविराम वार्ता को किया विफल

विदेश मंत्री ने बताया कि इन दोनों सगठनों ने हमास द्वारा अपने बंधकों को रिहा करने से इनकार करने और गाजा युद्धविराम वार्ता को विफल करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। दोनों संगठन अभी भी पूरी तरह से आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त हैं। इसे लेकर कई दोनों संगठनों को चेताया गया था, लेकिन उन्होंने इसे जारी रखा। इसी वजह से ट्रंप सरकार को इन पर कड़ा फैसला लेना पड़ा है।

ये भी पढ़ें: अमेरिका में पुलिस ने सिख युवक को मारी गोली, बीच सड़क पर लहरा रहा था तलवार

इजरायल से समझौते के बाद होगी बात

विदेश मंत्री ने कहा कि अमेरिका अपने कानूनों के अनुरूप उनसे संपर्क के लिए तैयार है। इससे पहले फिलिस्तीन मुक्ति संगठन (PLO) और फिलिस्तीनी अथॉरिटी (PA) को इजरायल के साथ शांति को लेकर समझौता करना होगा। इसके बाद ही दोनों संगठनों से बात की जाएगी।


Topics: