जम्मू-कश्मीर से लौटीं जौनपुर की रहने वाली एकता तिवारी ने पहलगाम हमले को लेकर बड़ा दावा किया है। एकता ने कहा कि सेना ने जिन आतंकियों की तस्वीरें जारी की हैं उनमें से दो की उनके ग्रुप के साथ बहस हो गई थी। एकता ने कहा कि हम 20 लोग 13 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में घूमने गए थे। इसके बाद हम 20 अप्रैल को पहलगाम पहुंचे। उस दिन हमें कुछ संदिग्ध लगा इसलिए हम हमले वाली जगह से 500 मीटर पहले ही उतर गए। घोड़ा और खच्चर चलाने वाले लोग हम पर कुरान पढ़ने के लिए दबाव बना रहे थे।
एकता ने दावा किया कि कुछ ही देर बाद एक युवक के पास फोन आया और उसने कुछ दूर जाकर कहा कि प्लान ए फेल हो गया है। वे 35 बंदूकों को घाटी में भेजने की बात कर रहे हैं। एकता ने कहा कि इन बातों से मेरा शक और गहरा गया। आइये वीडियो के जरिए जानते हैं एकता तिवारी ने न्यूज24 से क्या कहा?