What is the Meaning Of ‘Pur’: भारत के कई शहरों के नाम के अंत में ‘पुर’ लगा हुआ है तो कुछ के नाम के साथ ‘हली’ जुड़ा हुआ है। आखिर शहरों के नाम के अंत में आने वाले ‘पुर, हली, पल्ली’ आदि का मतलब क्या है? इन शहरों के नाम के अंत में जुड़े गए शब्दों का खास महत्व और मतलब है। आइये आज यही जानते हैं।
क्या है पुर का मतलब?
नॉर्थ इंडिया के अधिकतर शहरों के नाम के साथ ‘पुर’ जुड़ा हुआ है , जैसे नागपुर, कानपुर, जयपुर, जनकपुर, उदयपुर, गोरखपुर आदि ! क्या आप जानते हैं कि ‘पुर’ का क्या मतलब है? दरअसल पुर एक संस्कृत शब्द है, जिसका मलतब गांव होता है। इस शहरों में से अधिकतर में कोई ना कोई किला मौजूद है।
कर्नाटक के गांव के नाम के साथ ‘हली’ शब्द जुड़ा हुआ है, इसका मतलब है ये कि गांव कर्नाटक से जुड़े हुए हैं और कन्नड़ में ‘हली’ मतलब गांव होता है। इसी तरह आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और ओडिसा के अधिकतर गांव के नाम के अंत में ‘पल्ली’ शब्द जुड़ा हुआ है।
‘पल्ली’ का क्या है मतलब?
आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और ओडिसा के गांव या शहर के नाम कुछ इस तरह हैं जैसे चिंतापल्ली, नौपालली आदि। यहां ‘पल्ली’ का मतलब भी तेलुगु में गांव होता है। इसी तरह महाराष्ट्र में ‘वाड़ी’ शब्द होता है, मराठी में ‘वाड़ी’ का मलतब खेत के आसपास के गांव है।
The names of Indian citiespic.twitter.com/hvSS8fZp0l
— Massimo (@Rainmaker1973) February 28, 2024
तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कई शहरों और स्थान के नाम के अंत में ‘पुरम’ जुड़ा हुआ है। जैसे रामनाथपुरम, रंगापुरम आदि। उत्तर प्रदेश के कई शहरों के नाम के अंत में ‘बाद’ जुड़ा है, जैसे फैजाबाद, इलाहाबाद आदि। कुछ जगहों के नाम के साथ ‘कोट, दुर्ग, गढ़’ आदि जुड़ा होता है, इनका मलतब है कि यहां पर किला है या ये किले के आसपास के गांव या शहर हैं। यह भी बता दें कि ‘गिरी’ का मलतब पहाड़ से है।
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अगर किसी शहर के नाम के अंत में नगर जुड़ा हुआ है, इसका मतलब वह कोई छोटा टाउन या गांव है। इस तरह हर गांव के नाम के साथ जुड़े शब्द से आप आसानी से पता लगा सकते हैं कि वहां की खासियत क्या है। हालांकि कुछ शहर ऐसे भी हैं, जिनका नाम ऊपर बताए गए नामों से मेल नहीं खाते हैं, वह अपवाद हैं।