---विज्ञापन---

ट्रेंडिंग

धरती पर ही नहीं सूरज पर भी है कोरोना, जानें सूर्य से जुड़े दिलचस्प सवालों के जवाब

Interesting Facts About Sun : सूरज से जुड़े कई दिलचस्प सवाल और जवाब हम आपके लिए लेकर आए हैं। क्या आपको पता है धरती के साथ सूरज पर भी कोरोना मौजूद है? ऐसे ही सवाल और उनके जवाब ढूंढकर हम आपके लिए लाएं है।

Author Edited By : Avinash Tiwari Updated: Jul 30, 2024 16:29
फोटो सोर्स (NASA)
फोटो सोर्स (NASA)

Interesting Facts About Sun: सूरज को अलग-अलग भाषाओं में कई सारे नाम से जाना जाता है जैसे की हिंदी में आदित्य, लैटिन भाषा में सोल और ग्रीक मान्यता के अनुसार हिलीओस। नाम कुछ भी हो लेकिन मतलब तो एक ही होता है। 2020 में कोरोना वायरस न केवल भारत पर बल्कि पूरे विश्व पर फैल चुका था। लाखों की तादाद में लोगों की मौत गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हुई थी। ऐसे में ये बात आपको हैरान कर सकती है कि ‘कोरोना’ सूरज पर भी मौजूद है। क्यों चौंक गए ना? जी हां कोरोना सूरज पर भी माैजूद है। यह जानने की दिलचस्पी आपमें भी बहुत होगी कि आखिर सूरज तक कैसे पहुंचा कोरोना? आइए जानते हैं, सूरज से जुड़ीं कुछ दिलचस्प बातें

सूरज का कितना तापमान है?
सूरज का तापमान 5,973°C से 15,000,000°C तक पहुंच जाता है।

---विज्ञापन---

धरती से कितनी दूरी पर है सूरज?
धरती से करीबन 150 मिलियन (15 करोड़) किलोमीटर से भी अधिक दूरी पर है।

सूरज का कितना वजन है?
सूरज का वजन धरती से 330,000 गुणा अधिक है। यानी की पूरे सौर मंडल का 99.8 प्रतिशत वजन अकेले सूरज का होता है।

---विज्ञापन---

सूर्य किन पदार्थों से बना है?
सूर्य को आग के गोले के नाम से संबोधित किया जाता है क्योंकि ये हाइड्रोजन(hydrogen) और हीलियम(helium) जैसे कणों को मिलाकर बनता है।

सूरज की कितनी परतें हैं ?
सूरज काफी परतों के समावेश से बना हुआ है जिसमें से सबसे ऊपरी परत कोरोना कहलाती है, मध्यम परत को वर्ण मंडल में विभाजित किया है और सबसे निचला तल कोर के नाम से जाना जाता है।

सूर्य पर मौजूद कोरोना क्या है?
सूर्य का कोरोना सूर्य के वायुमंडल का सबसे बाहरी हिस्सा है। कोरोना आम तौर पर सूर्य की चमकदार रोशनी से छिपा रहता है इसलिए सूर्य ग्रहण के दौरान भी इसे साधारण तौर पर नहीं देखा जा सकता। इसे विशेष उपकरणों का उपयोग किए बिना नहीं देखा जा सकता।

क्या आपको पता है कि सूर्य का व्यास कितना है?
सूरज का व्यास करीब 13 लाख 90 हजार किलोमीटर है। पृथ्वी के मुकाबले यह लगभग 109 गुना बड़ा है।

 

First published on: Jul 30, 2024 04:29 PM

संबंधित खबरें