Ganga Expressway : दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए बड़ी और काम की खबर सामने आई है। उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेसवे बन रहा है, यह एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक बनाया जा रहा है। अब यह एक्सप्रेसवे नोएडा-आगरा को जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगा। दोनों एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए एक अलग एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा।
पश्चिमी यूपी के कई जिलों को मिलेगा फायदा
सबसे अच्छी बात यह है कि गंगा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे का मिलन जेवर में बन रहे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई-अड्डे के पास होगा। इसका सीधा फायदा हापुड़, मेरठ, अमरोहा, मुरादाबाद, बुलंदशहर और संभल समेत पश्चिमी यूपी के कई जिलों को मिलने वाला है। इसके साथ ही मेरठ और आगरा के बीच एक्सप्रेसवे की कनेक्टविटी हो जाएगी।
यमुना और गंगा एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (UPEIDA) ने लिंक एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए मंजूरी दी है। यमुना एक्सप्रेसवे से गंगा एक्सप्रेसवे को 83.10 किलोमीटर लंबाई वाले लिंक रोड से जोड़ा जाएगा, जिसकी अनुमानित लागत 4,000 करोड़ रुपये मानी गई है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को 83 किमी लंबे लिंक एक्सप्रेस-वे के जरिए गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा। इस मार्ग का निर्माण होने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद, मेरठ और बुलंदशहर सहित 22 जिलों के लोगों को एयरपोर्ट पहुंचने के लिए सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। साथ ही, उत्तराखंड के… pic.twitter.com/HDLODZGp6b
---विज्ञापन---— Information and Public Relations Department, UP (@InfoDeptUP) November 9, 2024
57 गांवों में होगा अधिग्रहण
बताया जा रहा है कि इस परियोजना के लिए 57 गांवों के 997 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक इस लिंक रोड पर बुलंदशहर में एक नया इंटरचेंज बनाया जाएगा, जो जेवर एयरपोर्ट और गंगा एक्सप्रेसवे को आपस में जोड़ेगा।
यह भी पढ़ें : इंजन और कोच के बीच पिसा रेलकर्मी, हादसे का वीडियो देख दहल जाएगा दिल
इस लिंक एक्सप्रेसवे के बनाए जाने से ना सिर्फ पश्चिमी उत्तर प्रदेश बल्कि दिल्ली एनसीआर के लोगों को भी फायदा मिलेगा। बता दें कि गंगा एक्सप्रेसवे की कुल लम्बाई 1047 किमी है, जिसमें से 594 किलोमीटर की मंजूरी मिल चुकी है और इसके 62% सिविल कार्य पूरे हो चुके हैं।