Assam HSLC 10th Result Out: असम की 34 साल एक गृहिणी ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा अपनी 16 साल की बेटी के साथ पास की है। यह कारनामा महिला ने शादी के 16 साल बाद पढ़ाई छोड़ने के बावजूद कर दिखाया है। मां-बेटी बिश्वनाथ जिले के सिलामारी गांव की रहने वाली हैं। इस परीक्षा में माजिया खातून को 49 और बेटी अफसाना को 52 फीसदी नंबर मिले हैं। मां ने 16 साल पहले एफए अहमद हाई स्कूल में एडमिशन लिया था। लेकिन शादी के कारण पढ़ाई नहीं कर सकीं।
#Assam #HSLC 10th results announced today. Transgenders score 80% in 10th board exams and surpass male and female students in the state. Boys recorded 77.3% and girls 74.4% in the exam. #assam #board #results
---विज्ञापन---— Shamshad Ali (@_shamshad_ali) April 20, 2024
शादी के बाद बन गईं आंगनवाड़ी वर्कर
अब मां-बेटी ने सेकेंड डिवीजन में परीक्षा पास की है। शादी के बाद माजिया आंगनवाड़ी वर्कर बन गईं थीं। अब आगे पढ़ाई नहीं करेंगी। बच्चों को अच्छा पढ़ाने की सोच रही हैं। वे सिर्फ इतना साबित करना चाहती थीं कि 10वीं पास कर सकती हैं। वे सात-भाई बहन थे, जिसके कारण परिवार ने शादी के लिए जल्द लड़का ढूंढ दिया। 2006 में उनकी शादी हो गई, जिस कारण पढ़ाई छूट गई। अब बच्चों को अच्छी तरह पढ़ा सकूं, बस यही सोच है। उनके साथ काम करने वालीं कई कार्यकर्ता 10वीं पास हैं। देश में मां-बेटी, पिता-पुत्र के कई ऐसे मामले पहले भी सामने आते रहे हैं, जब दोनों एक साथ कोई अच्छा कारनामा करते हैं।
बेटी अफसाना बताती है कि मां को ये नौकरी उस समय इसलिए बिना योग्यता मिल गई, क्योंकि कोई उपयुक्त कैंडिडेट गांव में नहीं थी। बेटी कहती हैं कि मां कम पढ़ी लिखी थी, लेकिन किसी ने इस बात का मजाक नहीं बनाया। सबने अच्छा उदाहरण बनने के लिए उनको सपोर्ट किया। मां-बेटी की सफलता पर प्रिंसिपल डालिम छेत्री ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने इसे दूसरों के लिए प्रेरणास्त्रोत बताया है। उन्होंने कहा कि दूसरी महिलाओं को भी अफसाना की मां से प्रेरणा लेकर काम करना चाहिए।
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