UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में एक आईएएस (IAS) अधिकारी का पर्सनस डेटा हैक करके पांच बिटक्वाइन (80 लाख रुपये) की मांग करने वाले तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। तीनों आरोपियों ने दिल्ली के एक निजी संस्थान से कंप्यूटर एप्लीकेशन में कोर्स किया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
लखनऊ के रहने वाले हैं तीनों आरोपी
लखनऊ की साइबर पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान उतरेटिया निवासी अमित प्रताप सिंह, वृंदावन कॉलोनी निवासी रजनीश निगम और गोमतीनगर निवासी हार्दिक खन्ना के रूप में हुई है। तीनों ने दिल्ली-एनसीआर के एक निजी संस्थान से कंप्यूटर एप्लीकेशन में मास्टर डिग्री कोर्स किया है।
इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और ह्यूमन इंटेलिजेंस के आधार पर तीनों को गोमतीनगर से गिरफ्तार किया गया है। साइबर सेल के पुलिस इंस्पेक्टर अजीत यादव ने बताया कि कोर्स करने के बाद तीनों पैसों की जुगाड़ में लगे हुए थे। कहीं से कोई इंतजाम नहीं होने के बाद आरोपियों ने साइबर ठगी की योजना बनाई।
सरकारी वेबसाइट से मिला अधिकारी का ईमेल
इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। कहा कि उन्हें एक सरकारी वेबसाइट देखने के दौरान आईएएस अधिकारी की मेल आईडी मिली। उन्होंने बताया कि बताया कि इस ईमेल से अधिकारी मेल के क्लाउड पर डेटा चोरी कर लिया। उन्होंने शुरुआत में पीड़ित के क्रेडिट कार्ड से पैसे निकाले। फिर उन्होंने क्लाउड से चुराई गई तस्वीरों को बदल दिया। इन्हें भेजकर पीड़ित से पांच बिटकॉइन (80 लाख रुपये) की मांग करते हुए ईमेल भेजा।
इंस्पेक्टर यादव ने बताया कि आरोपियों के बयान के मुताबिक यह उनका पहला अपराध है। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी को साइबर स्कैमर्स की ओर से 50,000 रुपये की ठगी की गई थी, जिन्होंने पिछले महीने 21 नवंबर को जबरन वसूली की धमकी दी थी। अधिकारी ने बताया था कि उन्हें 21 नवंबर को उनके क्रेडिट कार्ड से 50,000 रुपये निकलने के पांच मैसेज मिले थे।