Makar Sankranti 2023: देशभर में मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2023) का पर्व मनाया जा रहा है। इस दौरान गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है। हरिद्वार, काशी समेत हर गंगा घाट पर लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई। खून तक जमा देने वाली ठंड (Cold Wave) भी लोगों की आस्था को रोक नहीं पाई। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने भी गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में पहुंचकरक विशेष पूजा अर्चना की।
#WATCH Uttar Pradesh: On the occasion of Makar Sankranti, devotees take a holy dip in the river Ganga in Varanasi. #MakarSankranti pic.twitter.com/6o6Pn9CjhN
---विज्ञापन---— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 15, 2023
काशी के घाटों पर उमड़ा भक्ति का जनसैलाब
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक मकर संक्रांति के मौके पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा घाट पर पहुंचे। यहां उन्होंने हाड़ तक कंपा देने वाली ठंड में गंगा स्नान कर पुण्य कमाया। इसके बाद साधु संतों को दान दक्षिणा दी। एजेंसी की ओर से वाराणसी में श्रद्धालुओं द्वारा स्नान का वीडियो साझा किया गया है।
Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath offered prayers at Gorakhnath Temple in Gorakhpur on the occasion of #MakarSankranti pic.twitter.com/Zf4HAWMSGT
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 15, 2023
गोरखपुर मंदिर पहुंचे सीएम योगी, की पूजा अर्चना
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मकर संक्रांति के मौके पर गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने मंदिर में पूजा अर्चना की। इस दौरान सीएम योगी ने प्रदेश की जनता को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि मैं पूरे प्रदेश की जनता को मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। यह त्योहार पूरे देश में अलग-अलग नामों और रूपों में मनाया जाता है। उत्तर भारत में मकर संक्रांति को खिचड़ी पर्व के रूप में भी मनाया जाता है।
#WATCH | Uttarakhand: Devotees take a holy dip in river Ganga in Haridwar, on #MakarSankranti2023 pic.twitter.com/a2njQ2cvLi
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 15, 2023
हरिद्वार और ऋषिकेश में बर्फ जैसे पानी में नहाए लोग
इसके अलावा उत्तराखंड के हरिद्वार और ऋषिकेश में भी भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मकर संक्रांति 2023 के मौके पर लाखों भक्तों ने हरिद्वार में गंगा में पावन डुबकी लगाई। बता दें कि मकर संक्रांति के मौके पर लोगों द्वारा गंगा में स्नान के बाद संतों और साधुओं को दान दिया जाता है। साथ ही घरों में खिचड़ी बनती है।
प्रयागराज में इस तरह पहुंचा 14.20 लाख का आंकड़ा
प्रयागराज के संगम में पूरे दिन घाटों पर श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने और तरह-तरह की रस्में निभाने का सिलसिला जारी रहा। मेला अधिकारी ने बताया कि शनिवार को सुबह 11 बजे तक 11 लाख तीर्थयात्री डुबकी लगा चुके थे। सूरज चमकने के साथ दोपहर 1 बजे तक यह गिनती बढ़कर 12.50 लाख हो गई और शाम 6 बजे तक बढ़कर 14.20 लाख हो गई।