Khair Bypoll Election Result : अलीगढ़ के खैर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए, जिसके नतीजे सामने आ चुके हैं। वोटों की गिनती शुरू होते शुरूआती रुझाने आने लगे। खैर विधानसभा सीट भाजपा की झोली में थी, सवाल यह था कि क्या वह इस सीट को बचा पाएगी।
नतीजों से स्पष्ट हो गया कि भाजपा ने इस सीट पर जीत दर्ज की है और सपा को करारी शिकस्त दी है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार,भाजपा के सुरेन्द्र दिलेर को 100181 वोट मिले हैं जबकि चारू कैन को 61788 वोट मिले। दोनों के बीच 38393 हजार वोटों का अंतर था।
दोपहर में कुछ इस तरह आ रहे थे अपडेट
1 : 10 बजे : भाजपा के सुरेन्द्र दिलेर 30278 मतों से आगे चल रहे हैं।।
12 : 30 बजे : भाजपा के सुरेन्द्र दिलेर सपा प्रत्याशी चारू कैन से 19346 वोटों से आगे चल रहे हैं।
11: 25 बजे : खैर विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार सुरेन्द्र दिलेर 34915 (+ 17106) आगे निकल गए हैं। वहीं सपा के चारू कैन को 17809 मिले हैं और वह भाजपा उम्मीदवार से 17106 वोट पीछे हैं।
10:45 बजे : खैर विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार सुरेन्द्र दिलेर 18333 (+ 9120) मतों से आगे चल रहे हैं।
10:20 बजे : खैर विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार 9992 (+ 4130) के साथ बढ़त बनाए हुए हैं ।
खैर विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार सुरेन्द्र दिलेर आगे चल रहे हैं। सपा इस सीट पर पीछे हो गई है। सुरेन्द्र दिलेर सपा उम्मीदवार से करीब 1700 वोटों से आगे चल रहे हैं।
किस-किस के बीच है टक्कर!
खैर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने चारु कैन को टिकट दिया जबकि भाजपा ने सुरेन्द्र दिलेर को मैदान में उतारा और बसपा ने पहल सिंह को टिकट दिया। वहीं एएसपी(केआर) के नितिन कुमार चौटेल चुनावी मैदान में थे। माना जा रहा है कि इस सीट पर भी भाजपा और सपा के बीच कड़ी टक्कर होने वाली है।
खैर विधानसभा सीट पर कुल छह प्रत्याशियों ने नामांकन किया है। भाजपा ने जहां पूर्व सांसद स्वर्गीय राजवीर सिंह दिलेर के बेटे सुरेंद्र दिलेर को प्रत्याशी बनाया है तो वहीं समाजवादी पार्टी ने बीएसपी और कांग्रेस में रह चुकीं चारू कैन को उम्मीदवार घोषित किया है।
साल 2022 के नतीजे
साल 2022 में खैर विधानसभा सीट से भाजपा उमीदवार अनूप प्रधान को जीत मिली थी। उन्हें कुल 1,39,643 वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर बसपा की चारु कैन थीं, जिहें 65,302 वोट मिले थे। रालोद के भगवती प्रसाद को 41,644 जबकि कांग्रेस की मोनिका 1514 वोट मिले थे। साल 2017 में भी अनूप प्रधान जीते थे और 2012 में यह सीट रालोद के हाथ में गई थी।