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चेहरे पर नकाब, पुलिस पर पथराव करते युवा; दुकानें फूंकती भीड़… संभल दंगों का नया वीडियो आया सामने

Sambhal Riots Latest Update: उत्तर प्रदेश के संभल में दंगों के दौरान हिंसा करते लोगों का वीडियो सामने आया है। जिसमें आगजनी कर रहे लोगों के चेहरे ढके नजर आ रहे हैं। पुलिस वीडियो को अहम सुराग मानकर चल रही है। विस्तार से वीडियो के बारे में बात करते हैं।

Sambhal Violence (File Photo)
Sambhal Riots: उत्तर प्रदेश के संभल में हुए दंगों के दौरान हिंसा कर रहे आरोपियों का एक नया वीडियो सामने आया है। वीडियो में दिख रहा है कि दंगाई कैसे पुलिस प्रशासन पर पत्थर फेंक रहे हैं? सीसीटीवी फुटेज में एक-एक दंगाई को साफ देखा जा सकता है। कुछ दंगाइयों ने अपने चेहरे ढक रखे हैं। पुलिस पर सोची-समझी साजिश के तहत पत्थर फेंके जा रहे हैं। दंगे में शामिल अधिकतर आरोपी 20-30 साल की आयु के बीच के हैं। जिन्होंने दुकानों को भी जमकर नुकसान पहुंचाया है। पुलिस से बचने के लिए इन्होंने चेहरे ढके हुए हैं। अभी पता नहीं लग सका है कि वीडियो किस इलाके का है। यह भी पढ़ें:UK में सिरफिरे ने फैलाई दहशत, 30 साल के शख्स को 19 बार मारा पेचकस; जानें मामला संभल हिंसा को लेकर पुलिस ने FIR भी दर्ज कर ली है। एफआईआर में सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क को मुख्य आरोपी बनाया गया है। वहीं, सपा विधायक के बेटे सुहैल इकबाल को भी पुलिस ने नंबर दो आरोपी के तौर पर नामजद किया है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने 2750 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामले में पुलिस ने कुल 7 FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस आरोपियों की तलाश में कई टीमें गठित कर रेड कर रही है। फिलहाल 3 नाबालिगों समेत 27 लोगों को अरेस्ट किया गया है। 12 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। [videopress cSXxP2oW]

सांसद दो दिन पहले गए थे मस्जिद

एफआईआर में जिक्र किया गया है कि सपा सांसद ने राजनीतिक फायदे के लिए भीड़ को उकसाया था। सांसद का मकसद सांप्रदायिक माहौल का खराब करना था। हिंसा से दो दिन पहले सांसद के जामा मस्जिद जाने के बारे में भी पता लगा है। जिसको लेकर प्रशासन से कोई परमिशन भी नहीं ली गई थी। कोर्ट के आदेशों पर 24 नवंबर को संभल की जामा मस्जिद का सर्वे किया जाना था। जैसे ही अधिकारियों की टीम पहुंची, यहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। जिसके बाद सर्वे प्रक्रिया को बाधित करने का प्रयास किया गया। इसके बाद भीड़ ने पुलिस पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए थे। उपद्रवियों ने एक पुलिस अधिकारी की पिस्तौल भी छीन ली थी। जिसके बाद हिंसा तेज हो गई। यह भी पढ़ें:मुंबई में डिजिटल अरेस्ट, 3.8 करोड़ ठगने की कहानी चौंका देगी


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