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चलती कार में बच्चों के सामने महिला की हत्या; पति ने कूदकर बचाई जान; बड़ा सवाल-वजह क्या?

Uttar Pradesh Crime News: यूपी के हमीरपुर जिले में महिला की हत्या का मामला सामने आया है। पहले एक परिवार का अपहरण किया गया, फिर बच्चों के सामने महिला को मौत के घाट उतारा गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। हत्या का कारण क्या है? इसके बारे में बात करते हैं।

Hamirpur Crime News: (रविंद्र निगम, हमीरपुर) चित्रकूट दर्शन के बहाने पहले एक परिवार का अपहरण किया गया। इसके बाद बच्चों के सामने चलती कार में महिला की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। वहीं, महिला का पति चलती कार से कूद गया। जिसके बाद उसकी जान बच गई। मामला यूपी के हमीरपुर जिले में सामने आया है। पति ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने बेल्ट से उसका गला भी घोंटने का प्रयास किया। पुलिस ने सूरज की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। हत्या के बाद आरोपियों ने उसके बेटे को सुनसान जगह उतार दिया। इसके बाद बेटी को जालौन में छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने कार को बरामद कर चालक को अरेस्ट कर लिया है। बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए चार टीमों का गठन किया गया है। यह भी पढ़ें:मौत के 30 मिनट में जिंदा हुआ शख्स, ‘चमत्कार’ देख डॉक्टरों के भी उड़े होश, जानें कहां-कैसे हुआ घटनाक्रम? सूरज यादव मूल रूप से कानपुर के थाना चौबेपुर के मदारीपुर गांव का रहने वाला है। जो फिलहाल हमीरपुर के गुजैनी बर्रा में रह रहा है। यहां वह जूता फैक्ट्री में नौकरी करता है। पास ही त्रिभुवन उर्फ चाचा नाम का शख्स किराये पर रहता है। त्रिभुवन ने उसे चित्रकूट दर्शन करवाने की बात कही थी। जिसके बाद संजीव नाम के शख्स की कार बुक की गई। वह, उसकी 35 वर्षीय पत्नी अमन, 10 साल का बेटा रामजी, 2 साल की बेटी परी आरोपी के साथ त्रिभुवन जाने के लिए निकले थे। बाद में आरोपी ने वीर सिंह और रामप्रसाद नाम के शख्स को भी बुला लिया।

गोहांड के पास मिली महिला की बॉडी

21 सितंबर को वे लोग रवाना हुए थे। जरिया थाना इलाके में पहुंचने के बाद आरोपियों ने उन लोगों को मारने का प्रयास किया। सूरज के अनुसार उसने चलती कार से छलांग लगा दी। आरोपियों ने बच्चों के सामने उसकी पत्नी की हत्या कर दी। जिसके बाद सूरज छिप गया। आरोपियों ने उसकी काफी तलाश की, लेकिन वे नहीं खोज पाए। इसके बाद बेटे को कुछ दूरी पर आगे छोड़ दिया। बाद में बेटी को जालौन छोड़कर फरार हो गए। पत्नी की बॉडी आरोपियों ने गोहांड के पास फेंक दी। किसी तरह बचकर उसने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने पहले अपहरण का केस दर्ज किया था। बाद में बच्ची के मिलने की जानकारी लगी। जिसके बाद परिवार ने पहचान कर ली। यूपी पुलिस के अनुसार 23 सितंबर को महिला की बॉडी भी मिल गई। संजीव को पुलिस अरेस्ट कर चुकी है। दूसरे आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। महिला की हत्या क्यों की गई? इसका जवाब आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मिलेगा। यह भी पढ़ें:Magesh Yadav के दोस्त का एनकाउंटर, 1 लाख का इनामी था, सुल्तानपुर डकैती केस में पुलिस पर सवाल क्यों?


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