Joshimath Sinking: उत्तराखंड के जोशीमठ में सरकार और प्रशासन की ओर से घोषित सुरक्षित क्षेत्रों के मकानों और इमारतों में ताजा दरारें देखी गई हैं। इसके बाद एक बार फिर से यहां रहने वाले लोगों की परेशानी और चिंता बढ़ गई हैं। कुछ माह पहले ही जोशीमठ के कई इलाकों में मकानों, इमारतों और सड़कों में दरारें देखी गई थीं।
गांधीनगर वार्ड के लोग परेशान
जानकारी के मुताबिक नई दरारें जोशीमठ के गांधीनगर वार्ड में दिखाई दी हैं। जो क्षेत्र में हुई ताजा बारिश के कारण होने की आशंका जताई गई है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि येलो जोन की इमारतों में दरारें दिखाई दी हैं, जिसके ऊपर रेड जोन क्षेत्र है। जहां इसी साल की शुरुआत में बड़ी दरारें आई थीं। दावा किया गया था कि क्षेत्र के 500 से ज्यादा घरों में दरारें आ गई थीं। लोगों को शिविरों में ले जाना पड़ा था।
सुरक्षित जोन में है घर
पूर्व में ये दरारें शहर के मनोहर बाग, रविग्राम, सिंहधार और मारवाड़ी वार्डों में देखी गई थीं। अब इनके अलावा स्थानीय निवासी वीरेंद्र लाल टम्टा के घर में नई दरारें देखी गई है। एक मीडिया रिपोर्ट में पीड़ित ने कहा है कि पहले उसके घर में कोई दरार नहीं थी, लेकिन अब कई दरारें हैं। पीड़ित ने दावा किया है कि उसका घर सुरक्षित जोन में था।
हालांकि, दरारों के देखे जाने के बाद प्रशासन की ओर से निगरानी के लिए घर को सील किया गया है। अब मानसून का मौसम आने के साथ-साथ जोशीमठ के लोग सुरक्षित क्षेत्रों में अपने घरों को लेकर चिंतित हैं। उत्तराखंड प्रशासन क्षेत्र में देखी गई इन नई दरारों को लेकर जांच में जुट गया है।
बद्रीनाथ-औली जाने के लिए यहीं से गुजरता है मार्ग
बता दें कि जोशीमठ उत्तराखंड राज्य में ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-7) पर स्थित एक पहाड़ी शहर है। साथ ही पर्यटन का भी बड़ा केंद्र है। यह शहर बद्रीनाथ, औली और फूलों की घाटी जाने वाले लोगों के लिए विश्राम स्थल भी है। यहां धौलीगंगा और अलकनंदा नदियों का संगम विष्णुप्रयाग भी है।