Hindon Air Base, Ghaziabad: गाजियाबाद में वायुसेना के हिंडन एयर बेस के नीचे एक 4 फीट गहरी ‘सुरंग’ ने सुरक्षा चिंता को बढ़ा दिया है। बता दें कि हिंडन एयरबेस पूर्वी दिल्ली से लगभग 10 किलोमीटर दूर है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिंडन एयर बेस की चारदीवारी के नीचे चार फीट लंबी सुरंग मिली है, जिसके बाद पुलिस को सूचित किया गया, बहरहाल गड्डे पर मिट्टी डाल दी गई है।
भारत के लिए क्यों अहम है ये एयरपोर्ट?
सुरंग की तस्वीरों से पता चलता है कि इसे हिंडन एयर बेस की चहारदीवारी की नींव को तोड़ने के बाद खोदा जा रहा था। हिंडन वेस्ट वायु कमान का कीस्टोन है। यह एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट भी है। 26/11 के दौरान दिल्ली की सुरक्षा के लिए एमआईजी-29 को स्टैंडबाय पर रखा गया था। इसका उपयोग ‘ऑपरेशन दोस्त’ जैसे मानवीय उद्देश्यों के लिए भी किया गया है, जिसने भूकंप प्रभावित सीरिया और तुर्की के लिए राहत सामग्री भेजी थी। 1965 के युद्ध के बाद, नंबर 7 स्क्वाड्रन आईएएफ हॉकर हंटर्स के साथ हिंडन में स्थानांतरित हो गया और 1969 तक यहीं रहा।
एयरपोर्ट बनाने के पीछे का उद्देश्य
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सितंबर में हिंडन एयर बेस पर एक मेगा ड्रोन शो का उद्घाटन करते हुए पहले C-295 विमान को भारतीय वायुसेना में शामिल किया था। एयरपोर्ट को मुख्य रूप से सरकार की क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना के तहत संचालित होने वाली फ्लाइट को संभालने के लिए बनाया गया था और इसलिए दिल्ली के एयरपोर्ट से क्षेत्रीय फ्लाइट का बोझ कम किया गया था। ऐसे में यह भारतीय सुरक्षाओं के लिए चिंताओं को दिखाता है।