Ghaziabad news: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को गाजियाबाद के कैलाश मानसरोवर भवन में मानसरोवर यात्रा पर जाने वाले जत्थे को रवाना करने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि गाजियाबाद में भी अब ग्रेटर गाजियाबाद का निर्माण किया जाएगा। इस को लेकर उन्होंने जनप्रतिनिधियों के साथ भी चर्चा की है। अधिकारियों को भी इस मामले में नई पहल करने के निर्देश दिए गए हैं।
इन हिस्सों को जोड़कर बनेगा ग्रेटर गाजियाबाद
इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नगर निगम को गाजियाबाद के खोड़ा, लोनी और मुरादनगर के कुछ हिस्से को जोड़कर ग्रेटर गाजियाबाद के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि गाजियाबाद के विकास के जमीनी मुद्दों, बुनियादी सुविधाओं आदि पर सार्थक चर्चा हुई है। उन्हें विश्वास है कि गाजियाबाद के विकास की यह यात्रा डबल इंजन की सरकार में इसी प्रकार आगे बढ़ेगी। गुरुवार को वह साहिबाबाद स्थित CEL कंपनी के स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेने के लिए यहां आए थे।
जीडीए को स्टेडियम बनाने के निर्देश
इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गाजियाबाद में इंटीग्रेटेड ऑफिस कॉम्प्लेक्स का काम प्रगति पर है। इसके निर्माण के बाद यहां पर जनपद मुख्यालय के साथ-साथ जिले के अन्य सभी विभाग के कार्यालयों को एक छत के नीचे लाने की व्यवस्था होगी। इसके बाद लोगों को सभी विभाग के कार्यालय एक ही छत के नीचे मिलेंगे और उन्हें इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। सीएम ने कहा कि बीसीसीआई ने गाजियाबाद में काफी समय पहले स्टेडियम बनाने के लिए जमीन ली थी, लेकिन काम आगे नहीं बढ़ पाया। इसलिए अब यह तय हुआ है कि उस जमीन का उपयोग जीडीए करेगा और उस जमीन पर एक स्टेडियम बनाकर उसका संचालन भी करेगा।
विकास का मॉडल बनकर उभर रहा गाजियाबाद
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हिंडन नदी गाजियाबाद की पहचान हुआ करती थी। इस नदी के पुनरुद्धार के कार्य को भी आगे बढ़ाना है। समीक्षा बैठक में नदी के पुनरुद्धार की कार्रवाई और उसके शुद्धीकरण पर चर्चा की गई है। इसके अलावा नदी के दोनों ओर पौधरोपण करने की कार्रवाई को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सीएम ने उत्तराखंड भवन व पूर्वांचल भवन का उपयोग शुरू करने के भी निर्देश दिए हैं। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि कभी गाजियाबाद के नाम पर अपराध की फिल्में बनती थीं, मगर अब गाजियाबाद के बारे में लोगों की धारणा बदली है। गाजियाबाद अब विकास, स्वच्छता और सुव्यवस्था का एक मॉडल बनकर उभर रहा है।