Hathras clerk murder case: उत्तर प्रदेश के हाथरस में क्लर्क हत्याकांड का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। नगला ब्राह्मण लिंक रोड पर 25 सितंबर को क्लर्क का शव बरामद किया गया था। मृतक सरकारी कॉलेज में जॉब करता था। उसके सिर और चेहरे पर चोट के निशान मिले था। इसके अलावा कहीं भी चोट के निशान नहीं थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के अलावा फोटो आसपास के जिलों में भी शिनाख्त के लिए भेजे थे। घटनास्थल के आसपास से सीसीटीवी भी चेक किए गए थे। मृतक का फोन भी कुछ दूर से मिल गया था।
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फोन की जांच में पता चला कि मृतक फिरोजाबाद का रहने वाला है। इसके बाद कॉल डिटेल निकलवाई गईं, जिसके बाद एक नंबर पुलिस के शक के घेरे में आ गया। पुलिस को पता लगा कि ये नंबर मृतक के साथ काम करने वाले हरवेंद्र का है। हत्या का कारण क्लर्क की नौकरी और पत्नी का अफेयर सामने आया। जिसके बाद पुलिस ने 30 सितंबर को 3 लोगों को अरेस्ट कर लिया। जिसमें क्लर्क की पत्नी, उसका बेटा और प्रेमी शामिल थे। जिसके बाद पूरा मामला सामने आ गया।
बेटे को दिया था सरकारी नौकरी का लालच
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने पैसे के लालच और नौकरी के लिए मर्डर का प्लान रचा था। आरोपी क्लर्क को धोखे में लेकर गए और डंडों से पीटकर उसे मौत के घाट उतार दिया। हत्या को दोस्त ने अंजाम दिया, लेकिन फोन पर वह बेटे और मां के टच में रहा। क्लर्क के बेटे ने भी पुलिस को बरगलाने के लिए कहानी रची थी। 26 सितंबर को पुलिस के पास जाकर कहा था कि पापा 3 दिन से लापता हैं।
फिरोजाबाद थाने में जाने पर मर्डर की बात पता लगी। बेटा पिता के शव को न केवल ले आया, बल्कि अंतिम संस्कार भी कर दिया। मृतक सुरेश चंद्र गौतम (59) था, जिसका शव हत्या के बाद फेंका गया था। सिर और चेहरे पर धारदार हथियार से काटे जाने के निशान मिले थे। आरोपी ने बताया कि वह सुरेश के साथ डीएवी कॉलेज में काम करता था। सुरेश के घर आने-जाने के चलते उसका पत्नी से अफेयर हो गया था।
शराब पिलाने के बाद किया था मर्डर
वह सुरेश की गैरमौजूदगी में उसके घर जाता था। सुरेश पत्नी से ज्यादा बात नहीं करता था। उसको मारता भी था। जिसके कारण पत्नी से मिलकर उसको रास्ते से हटाने की साजिश रची। इसके बाद दोनों ने प्लान में बेटे मोनू को भी शामिल कर लिया। मोनू को लालच दिया था कि अगर पिता नौकरी पर रहते मर जाता है, तो जॉब उसको मिल जाएगी।
इससे पूरे परिवार को फायदा होगा। महिला ने भरोसा दिया था कि पति को मार दो, वह उसके साथ रहने लगेगी। इसके बाद आरोपी 23 सितंबर को शाम करीब 4.45 बजे सुरेश को लेकर जलेसर गया था। वहां खूब शराब पिलाई और फिर सादाबाद की ओर लेकर गया। रास्ते में मौका देख लोहे की रॉड मारकर हत्या कर दी।