---विज्ञापन---

उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड

Ghaziabad to Greater Noida आना-जाना होगा आसान, शाहबेरी फ्लाईओवर को हरी झंडी

Shahberi Flyover: उत्तर प्रदेश में रोड नेटवर्क को दुरुस्त करने के लिए हाइवे से लेकर एक्सप्रेसवे का जाल बिछाने के साथ-साथ सड़कों का भी निर्माण किया जा रहा है। गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा के बीच सफर जल्द आसान बनने वाला है। जल्द ही लोगों को जाम के झंझट से छुटकारा मिल जाएगा।

Author Edited By : Satyadev Kumar Updated: Mar 3, 2025 19:50
New flyover to link Shahberi and Crossings Republik
सांकेतिक तस्वीर।

Shahberi Flyover Connect Ghaziabad-Greater Noida: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी गांव और गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक के बीच यातायात की समस्या से जल्द ही निजात मिलने वाली है। दोनों जगहों को जोड़ने वाले फ्लाईओवर के निर्माण का काम जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है। दरअसल, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद के बीच बनने वाले शाहबेरी फ्लाईओवर को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने हरी झंडी दे दी है। इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिल जाने के बाद फ्लाईओवर का DPR (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार किया जाएगा। फ्लाईओवर के निर्माण से ग्रेटर नोएडा के जेवर एयरपोर्ट तक आने-जाने वाले लोगों का फायदा मिलेगा। साथ ही इससे ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद के बीच की कनेक्टिविटी बेहतर होगी।

CRRI डीपीआर तैयार करने में जुटा

केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (CRRI) की एक टीम ने इस प्रोजेक्ट के लिए प्रारंभिक साइट मूल्यांकन का काम पूरा कर लिया है। संस्थान अब डीपीआर तैयार करेगा। शाहबेरी फ्लाईओवर के बनने से ग्रेटर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और गाजियाबाद के रास्ते पश्चिम यूपी तक जाने वाले लोगों का सफर आसान होगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआई) की शाहबेरी फ्लाईओवर की रिपोर्ट को हरी झंडी दे दी है। अब इस शाहबेरी फ्लाईओवर के निर्माण से पहले इटेडा गोल चक्कर से एनएच-9 तक करीब 3.8 किमी लंबे और 16 मीटर चौड़े फ्लाईओवर का डीपीआर तैयार किया जाएगा।

---विज्ञापन---

GNIDA ने CRRI को भेजा पत्र

ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने डीपीआर रिपोर्ट तैयार करने के लिए सीआरआरआई को पत्र भेज दिया है। डीपीआर को सबसे पहले प्राधिकरण बोर्ड के सामने रखा जाएगा। यहां से मंजूरी मिलने के बाद इस पर शासन से मंजूरी ली जाएगी। डीपीआर के साथ 16 मीटर चौड़ाई के दायरे में आने वाले 4 किलोमीटर के निर्माण की भी एक रिपोर्ट तैयार की जा रही है। ऐसा अनुमान है कि अप्रैल 2025 तक ग्रेटर नोएडा का जेवर एयरपोर्ट कमर्शियल यूज के लिए शुरू हो जाएगा।

एयरपोर्ट के शुरू हो जाने के बाद बड़ी संख्या में पश्चिमी यूपी के लोग गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा के रास्ते होते हुए एयरपोर्ट पहुंचेंगे। इसलिए प्राधिकरण एयरपोर्ट शुरू होने से पहले सड़कों की समस्या को पूरी तरह दुरुस्त करने में लग गया है। सीआरआरआई प्राधिकरण को एलिवेटेड रोड बनाने के सुझाव देते हुए दो प्रस्ताव भेजे थे। इसमें  गाजियाबाद से ग्रेनो वेस्ट तक 14 मीटर और 16 मीटर चौड़ा फ्लाईओवर बनाने का प्रस्ताव दिया गया था। फिलहाल प्राधिकरण ने 16 मीटर चौड़ा फ्लाईओवर को मंजूरी दे दी है।

---विज्ञापन---

फ्लाईओवर के निर्माण से दूर होंगी ये समस्याएं

वहीं, शाहबेरी को क्रॉसिंग रिपब्लिक से जोड़ने वाली 1 किलोमीटर लंबी सड़क 15 मीटर चौड़ी है। इन दो जगहों को जोड़ने के अलावा, यह सड़क अतिरिक्त यातायात को भी पूरा करती है क्योंकि यात्री इसका इस्तेमाल दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के साथ-साथ गाजियाबाद से नोएडा लिंक रोड तक पहुंचने के लिए करते हैं। इस सड़क पर अक्सर हैवी ट्रैफिक जाम रहता है, जिससे यात्रियों को काफी असुविधा होती है। बेतरतीब पार्किंग और स्थानीय फर्नीचर दुकान मालिकों द्वारा अतिक्रमण समस्या को और बढ़ा देता है। उम्मीद है कि फ्लाईओवर का निर्माण हो जाने पर ये समस्याएं दूर हो जाएंगी।

HISTORY

Edited By

Satyadev Kumar

First published on: Mar 03, 2025 07:32 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें