उत्तर प्रदेश की सियासत में बीते लोकसभा चुनाव में जो नतीजे आए उसने लगभग सभी को चौंका दिया। जब समाजवादी पार्टी ने इंडिया गठबंधन के तहत कुल 37 लोकसभा सीट जीती और देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। उस समय भी तमाम पॉलिटिकल एक्सपर्ट ने कहा की ये जीत अखिलेश यादव की विशेष रणनीति पीडीए की वजह से हुई। अखिलेश यादव ने भी खुद कई बार सार्वजनिक मंच से कहा की लड़ाई पीडीए बनाम एनडीए की ही होगी।
आज जब अखिलेश यादव ने आजमगढ़ में घर और पार्टी बनाई है। उसका नाम सार्वजनिक मंच से ऐलान किया। जब ये भवन बनना शुरु हुआ तो कई नामों का सुझाव आया था, लेकिन मैंने तय किया है कि इसका नाम पीडीए भवन है। इसी मंच से अखिलेश यादव ने ये भी ऐलान भी किया है कि जो पीड़ित है, पिछड़ा है, वो ही असली समाजवादी है।
अखिलेश यादव ने पीडीए को लेकर क्या कहा
आजमगढ़ के सार्वजनिक मंच से अखिलेश यादव ने एक बड़ा सियासी संदेश देते हुए कहा कि पीडीए वही है जो पहले बहुजन समाज था। इस मौके पर अखिलेश ने ये भी कहा कि राजनीति में परिस्थितियां बनती बिगड़ती रहती है। कभी एक दौर ये भी था कि मुलायम सिंह यादव और काशीराम साथ आए और बड़ा बदलाव हुआ था।
इंडिया गंठबंधन की एकजुटता पर संदेश
अखिलेश यादव ने एक बार फिर लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि ये पीडीए की ही रणनीति थी और इंडिया गंठबंधन की ताकत थी, जिसने सपा और कांग्रेस को एक नंबर तक पहुंचाया। अखिलेश ने कहा कि अगर हर विधानसभा में पीडीए का 10 हजार वोट बढ़ा तो सोचो कितनी विधानसभा सीट सपा जीतेगी।
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