Ambedkar Jayanti 2023: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान वे लखनऊ स्थित प्रेरणा स्थल पर पहुंचीं। जहां उन्होंने डॉ. अंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित किए। बता दें कि आज डॉ. भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती है।
मजबूत भारत की नींव रखी
अंबेडकर जयंती के मौके पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कई ट्वीट किए। उन्होंने लिखा, अति-मानवतावादी व कल्याणकारी संविधान देकर आधुनिक भारत की मजबूत नींव रखने वाले परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर को आज उनकी जयंती पर शत-शत नमन व अपार श्रद्धा सुमन अर्पित। उनका जीवन संघर्ष करोड़ों गरीबों, मजदूरों, वंचितों व अन्य मेहनतकशों के लिए आज भी उम्मीद की किरण।
और पढ़िए – Ambedkar Jayanti 2023: राष्ट्रपति मुर्मू, पीएम मोदी ने डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर को किया याद, देशवासियों को दी बधाई
जाति के आधार पर तोड़े लोगों को जोड़ा
इसके बाद उन्होंने लिखा, उनसे प्रेरणा लेकर उनके आत्म-सम्मान व स्वाभिमान के रुके कारवां को आगे बढ़ाने और जाति के आधार पर तोड़े गए लोगों को जोड़ने के लिए आज ही के दिन 14 अप्रैल सन 1984 को बहुजन समाज पार्टी की देश में स्थापना की गई, जो खासकर यूपी में सामाजिक परिवर्तन व आर्थिक मुक्ति की मिसाल बना।
अपने तीसरे ट्वीट में मायावती ने लिखा, इस दौरान संकीर्ण, जातिवादी, पूंजीवादी और साम्प्रदायिक ताकतों ने बीएसपी को कमजोर करने के लिए हर प्रकार के घिनौने हथकंडे अपनाए, लेकिन ऐसे उतार-चढ़ावों के बावजूद पार्टी से जुड़े लोग पूरी मजबूती व समर्पन के साथ तन, मन, धन से मैदान में डटे रहे, जिसके लिए सभी का तहेदिल से आभार।
और पढ़िए – Bihar Dalit Leader Murder: बिहार में अम्बेडकर जयंती पर बवाल, एक दिन पहले हुई थी दलित नेता की हत्या
भारतीय संविधान के पिता की है पहचान
बता दें कि आज डॉ. भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती है। डॉ. अंबेडकर को भारतीय संविधान के पिता के रूप में जाना जाता है। उनके योगदान का प्रभाव संविधान सभा की दीवारों से परे था। समाज में सुधारों के लिए लड़ने वाले, अर्थशास्त्र के मुद्दों, कानून और राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मध्य प्रदेश में हुआ था जन्म
डॉ. अंबेडकर को एक समाज सुधारक के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने भारत में उत्पीड़ित वर्गों के उत्थान, महिलाओं के अधिकारों और लैंगिक समानता के लिए हमेशा काम किया। डॉ.अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ था। उनको बचपन से ही भेदभाव का सामना करना पड़ा, क्योंकि उनका जन्म एक महार परिवार में हुआ था।
और पढ़िए – प्रदेश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें