---विज्ञापन---

‘हर-हर शंभू’ गाने पर फरमानी से उलेमा नाराज, गायिका ने दिया करारा जवाब

मुजफ्फरनगरः उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की रहने वाली फरमानी नाज इस दिनों काफी सुर्खियों में हैं। कई लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं तो वहीं देवबंदी उलेमा उनसे खफा भी नजर आ रहे हैं। अब आपको बताते हैं कि उनके सुर्खियों में आने का कारण क्या है। दरअसल फरमानी नाज एक गायिका हैं। पिछले दिनों […]

Edited By : Naresh Chaudhary | Updated: Aug 1, 2022 14:46
Share :

मुजफ्फरनगरः उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की रहने वाली फरमानी नाज इस दिनों काफी सुर्खियों में हैं। कई लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं तो वहीं देवबंदी उलेमा उनसे खफा भी नजर आ रहे हैं। अब आपको बताते हैं कि उनके सुर्खियों में आने का कारण क्या है। दरअसल फरमानी नाज एक गायिका हैं। पिछले दिनों उन्होंने कांवड़ यात्रा के दौरान हर-हर शंभू भजन गाकर अपने यू-ट्यूब चैनल पर अपलोड किया था, जिसे लोगों ने काफी पसंद किया। सोमवार तक उनके इस वीडियो को लगभग 6 लाख 23 हजार लोगों ने देखा है। उनकी तारीफ में कमेंट्स भी लिखे हैं।

इंडियन आइडल में भी पहुंची थी फरमानी 

आपको बता दें कि मुजफ्फरनगर के मोहम्मदपुर माफी गांव की रहने वाली फरमानी नाज एक यू-ट्यूब कलाकार हैं। उनका खुद का फरमानी नाज सिंगर के नाम से यू-ट्यूब चैनल है। इंडियन आइडल के मंच पर उत्तर प्रदेश का नाम रोशन करने वाली फरमानी ने कांवड़ यात्रा 2022 के दौरान 24 जुलाई को हर-हर शंभू गाना गाते हुए एक वीडियो अपलोड किया था। इस वीडियो को लोगों ने काफी पसंद किया। लोगों ने उनकी गायकी और मुस्लिम होते हुए हर-हर शंभू गाने की तारीफ की।

उलेमा ने कहा, परहेज करना चाहिए

वहीं दूसरी ओर देवबंदी उलेमा उनके खफा भी हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक फतवा ऑनलाइन के चेयरमैन मौलाना मुफ्ती अरशद फारुकी ने फरमानी नाज का नाम लिए बिना कहा कि किसी दूसरे धर्म के लिए कामों से परहेज करना चाहिए, क्योंकि हमारे यहां इन सब की सख्ती के साथ मनाही है। कहा कि मुसलमानों को अन्य धर्मों के लोगों की तरह अपने धर्म की शिक्षाओं पर अमल करना चाहिए और गैर इस्लामी कामों से बचना चाहिए।

फरमानी ने कहा, संगीत का कोई मजहब नहीं होता

वहीं फरमानी नाज ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर आए कुछ कमेंट्स को देखने के बाद लिखा कि गायकी और संगीत को कोई धर्म या मजहब नहीं होता है। उन्होंने लिखा कि मास्टर सलीम मोहम्मद सफी साहब जैसे बुलंद गायकों ने भी भजन गाए हैं। उन्होंने हाथ जोड़कर लोगों से अपील की है कि गायकी और संगीत को धर्म से जोड़कर न देखें। वहीं रिपोर्ट्स के मुताबिक कांवड़ यात्रा के दौरान फरमानी नाज अपनी टीम के साथ हरिद्वार में भी देखी गई थीं। उन्होंने कांवड़ यात्रा को लेकर और भी भजन गाए हैं।

आखिर कौन हैं फरमानी नाज

मुजफ्फरनजर के गांव मोहम्मदपुर माफी में जन्मी फरमानी की शादी मार्च 2017 में मेरठ के छोटा हसनपुर गांव में इमरान के साथ हुई थी। शादी के एक साल बाद उसको बेटा हुआ। फरमानी के बेटे के गले में कोई परेशानी थी। आरोप है कि इसीलिए ससुराल वाले मायके से पैसे लाने का दबाव बना रहे थे। विवाद हुआ तो फरमानी अपने बेटे के साथ मायके में आकर रहने लगी। उसे काफी पहले से गायकी का शौक था। फरमानी ने बताया कि उनके घर के पास रहने वाले एक युवक के यहां वीडियो बनाने वाले कुछ लोग आते थे। उन्होंने फरमानी को गाते हुए सुना। तभी से फरमानी ने अपनी गायकी का सफर शुरू कर दी और पीछे मुड़कर नहीं देखा। आग फरमानी का यू-ट्यूब चैनल है। उनके 30.84 लाख सब्सक्राइबर हैं।

First published on: Aug 01, 2022 01:33 PM
संबंधित खबरें