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खूबसूरत मॉडलों की तस्वीरें दिखा 800 लोगों से लूट: दो दोस्त ONLINE ढूंढते थे शिकार; अब तक 5 करोड़ ठगे

Udaipur robbed case: राजस्थान के उदयपुर में पुलिस को ऐसा गैंग हाथ लगा है। जो लोगों को ऑनलाइन कॉलगर्ल मुहैया करवाने का लालच देकर लूटता था। कोई इन लोगों को कॉल करता, तो ये उसे सुनसान जगह बुला लेते थे। जिसके बाद आरोपी उसको हथियार दिखाते, पैसे लूट लेते थे। कई लोगों को ये लूट चुके हैं।

उदयपुर पुलिस ने लुटेरों को पकड़ा। फोटो क्रेडिट-एएनआई
Udaipur robbed case: राजस्थान पुलिस ने उदयपुर में 800 लोगों से लूट करने वाली गैंग को दबोचा है। इस गैंग ने 6 महीने में कॉलगर्ल का लालच देकर 800 लोगों को अपना शिकार बनाया है। लगभग 5 करोड़ रुपये की लूट की गई है। गैंग के मास्टरमाइंड ने अपनी ऐप बना रखी थी। जिसके बाद यह लोगों को सुंदर मॉडल की फोटो प्रोफाइल में लगाकर फंसाता था। जैसे ही इस गैंग को कोई कॉल करता, ये लोग उसे सुनसान जगह बुला लेते थे। जिसके बाद हथियार दिखाकर लूट की जाती थी। यह भी पढ़ें-DELHI में चेन स्नैचिंग के ट्रेनिंग कैंप! YouTube से लेकर सही बाइक का चुनाव, कैसे 5 चरणों में होता है कोर्स पूरा? लेकिन इनके बारे में किसी ने भी अब तक बदनामी के डर से शिकायत नहीं दी। पुलिस भी आरोपियों के पास बोगस ग्राहक बनकर पहुंची। यह गैंग किसी शहर में लगभग 3-4 महीने ही रुकती थी। पुलिस ने पहले अशोक सेन, सुबराती खान, दीपक मीणा, प्रीतम सिंह और मनीष चौधरी को अरेस्ट किया था। जिनसे पता लगा कि गैंग का मास्टरमाइंड जयपुर का राकेश मीणा है। पुलिस ने उसे जयुपर के मौजमाबाद, दूदू हाल चित्रकूट से दबोच लिया है।

दोस्त के साथ मिलकर बनाई थी वेबसाइट

उसने अपने दोस्त अंकित के साथ वेबसाइट बनाई थी। जिस पर कॉलगर्ल सप्लाई का झांसा दिया जाता था। आरोपियों को जिस शहर में वारदात करनी होती, उसका पेज बना लेते थे। जब इसको कोई ओपन करता, तो कॉलगर्ल इन उदयपुर या संबंधित जिले का नाम आता। इस पर ये लोग इंस्टाग्राम से चुराई मॉडलों की तस्वीरें भेज देते थे। इनके झूठे नाम और फोटो दिखाए जाते। ये लोग भरोसा दिखाने के लिए पेमेंट कैश में लेने की बात करते थे। यह भी पढ़ें-कॉलगर्ल से मिलाने के नाम पर ब्लैकमेलिंग का खेल, 74 साल के बुजुर्ग से दो लोगों ने 30 लाख ठगे क्लिक करने पर लड़की की फेक प्रोफाइल दिखती थी। चैट ऑप्शन में सिर्फ हाय लिखने पर ही कई फोटो जयपुर से गैंग के लोग भेज देते थे। जो फोटो कस्टमर सेलेक्ट करता, उसका रेट तय किया जाता था। फिर लड़की को ड्रॉप करने के लिए उसकी जानकारी ली जाती थी। बाद में बताई लोकेशन पर 4-5 बदमाश कार लेकर जाते थे। साथ में लड़की होती थी। लूट के दो तरीके थे। पहले तरीके में देखा जाता था कि कस्टमर कौन सी कार लेकर आया है।

लड़की को दूर कार में बैठाकर दिखाते थे

कितना अमीर है। लड़की को कार में बैठाकर दूर से दिखाया जाता था। पैसे लेने के बाद ये लोग तलवार दिखाकर कस्टमर को डरा देते थे। बदनामी के डर से कस्टमर चला जाता था। दूसरे तरीके में थार गाड़ी यूज होती थी। गैंग का मेंबर पीछे कार में कस्टमर को बैठने के लिए कहता था। बैठने के बाद उसको डराया जाता था। सुनसान जगह पर ले जाकर लूटकर छोड़ देते थे। बदनामी के डर से वह किसी को कुछ नहीं बताता था। पुलिस को इनकी गैंग के बारे में पता लग गया था। जिसके बाद संपर्क करने पर बदमाशों ने सुखानाका रोड पर बुलाया। बदमाशों ने मारपीट कर पुलिसकर्मी का अपहरण कर लिया था। उससे 5 हजार रुपये मांगे। लेकिन तभी दूसरे पुलिसकर्मी पहुंच गए। इन लोगों से 3 महंगी कारें मिली हैं। आरोपी अच्छे पढ़े लिखे हैं। इन लोगों को लग्जरी लाइफ जीने का शौक था। जिसके लिए वारदात करते थे। सभी आरोपियों से काफी महंगे फोन मिले हैं। लैपटॉप भी बरामद किया गया है। जितने लोगों को लूटा है, सबकी जानकारी डायरी से मिली है।


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