Rajasthan News: आज के इस वैज्ञानिक और आधुनिक युग में भी किसी प्रकार अंधविश्वास का खेल देखा जाता है। एक ऐसा ही मामला राजस्थान के बूंदी जिला अस्पताल में देखा गया, जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। बूंदी जिला अस्पताल के ट्रॉमा वार्ड के बाहर दो साल पहले खींया गांव निवासी मदन की मौत इसी ट्रॉमा वार्ड के इमरजेंसी वार्ड में हो गई थी।
जिसकी आत्मा लेने परिजन ट्रॉमा वार्ड के बाहर दीप, धूप, अगरबत्ती और प्रसाद माला आदि लेकर पहुंचे और पूजा अर्चना की। इसके बाद दीपक को लेकर ट्रॉमा वार्ड के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे, जहां पर दीपक को जलाकर वापस पूजन स्थल ट्रॉमा वार्ड के बाहर आए।
यहां पर पूजा अर्चना हुई और इसी दौरान एक महिला जोर-जोर से चिल्लाने और रोने लगी, जो कि मदन की पत्नी थी। इसके बाद ट्रॉमा वार्ड के बाहर जिला अस्पताल में आए परिवार जनों ने विनती की और दीपक को एक मटकी में रखकर गांव के लिए रवाना हो गए।
पहले भी आ चुके हैं ऐसे मामले
इस अस्पताल में ये कोई पहला ऐसा मामला नहीं है। यहां आए दिन ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। दो साल पहले भी कुछ लोग सालों पहले मृत बच्चे की आत्मा लेने पहुंच गए थे। बच्चे का जन्म इसी अस्पताल में हुआ था, लेकिन बीमारी के कारण उसकी मौत हो गई थी।
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