वन विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए श्रीडूंगरगढ़ में मोर शिकार करने वाले छह शिकारियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। इसके अलावा, एक नाबालिग आरोपी को निरुद्ध किया गया है। इस छापेमारी में विभागीय टीम ने पांच मृत मोर और तीन जीपें जब्त की हैं।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
वन विभाग के एसीएफ सत्यपाल सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में सेठाराम पुत्र मोहनराम बावरी, उसकी पत्नी जानकी और खुशबू, जो दाऊदसर, नागौर के निवासी हैं, वहीं रामस्वरूप, उसकी पत्नी शायरी और पुत्र पप्पूराम, जो अलकपुरा, नागौर के रहने वाले हैं, इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही एक नाबालिग लड़की को भी हिरासत में रखा गया है।
ये सभी लोग श्रीडूंगरगढ़ के तेजरासर गांव में प्याज की कटाई करने आए थे। शनिवार को वे किसी अन्य खेत में मजदूरी करने के लिए जा रहे थे, तभी रास्ते में गांव गुसांईसर के पास स्थित एक खेत में उन्होंने पांच मादा मोरों का शिकार किया और उनके शवों को एक कट्टे में डालकर जीप में रख लिया।
जागरूक नागरिक की सक्रियता से मिली सफलता
एक जागरूक नागरिक ने इन संदिग्ध गतिविधियों को देखकर इनका पीछा किया और सेरूणा पुलिस तथा वन विभाग को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम सक्रिय हुई और मौके पर पहुंचकर आरोपियों को पकड़ लिया। इसके बाद रविवार को टीम ने मृत मोरों के शव बरामद किए और उनका मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया।
टीम की सक्रियता से शिकारी गिरफ्तार
वन विभाग के एसीएफ सत्यपाल सिंह, क्षेत्रीय वन अधिकारी सुभाष चन्द्र और उनकी टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। आरोपियों के खिलाफ वाइल्डलाइफ संरक्षण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। इस कार्रवाई में रेंजर हनुमंत सिंह, वनपाल हरिकिशन, सीताराम, राजेंद्र बरोठिया, मंजू, सहायक वनपाल राजू सेवग और रोहिताश की विशेष भूमिका रही।