जयपुर से केजे श्रीवत्सन् की रिपोर्टः राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट रविवार को जयपुर में झारखंड महादेव मंदिर पहुंचे। जहां उन्होंने पूजा-अर्चना कर देश एवं प्रदेश में खुशहाली की कामना की। मंदिर के बाहर मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि अनशन के 2 सप्ताह के बाद भी सरकार ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की है? यह अनशन पार्टी के हित में था।
सोनिया गांधी के आदेशों की अवहेलना हुई
पायलट ने कहा कि 25 सितबंर 2022 को जो कुछ हुआ, वह सबके सामने था। खुलेआम सोनिया गांधी के आदेशों की अवहेलना हुई, खड़गे साहब, और माकन की खुलेआम बेइज्जती हुई। उसके बाद कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हुई, फिर थम गई, उस पर भी सवाल उठेंगे।
उन्हाेंने आगे कहा कि 25 सितंबर की घटना हमारी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के विरोध में बगावत थी। जो विद्रोह हुआ था, उससे पार्टी और सरकार को क्षति पहुंची। सब कुछ पब्लिक डोमेन में है। पार्टी ने शो काॅज नोटिस जारी किया।
भ्रष्टाचार मामले में अब तक नहीं हुई कार्रवाई
सचिन पायलट ने कहा कि राहुल गांधी जी ने लोकसभा में मुद्दा उठाया है। भाजपा के शासन में जो भ्रष्टाचार हो रहा है। हम सब भाजपा के भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते है। मैंने कोई गलत नहीं किया। राजस्थान भाजपा सरकार में तरह-तरह के माफिया पनपे थे। उसके तहत मैंने अनशन रखा था।
दो हफ्ते हो गए अभी तक कार्रवाई नहीं हुई। वसुंधरा राजे सरकार में 2013-2018 के बीच जो भ्रष्टाचार हुआ है उसको लेकर हम जनता के बीच गए थे अब चुनाव को कम समय बचा है, अभी तक जो कारवाई नहीं हुईं वो होनी चाहिए।
बाबूलाल कटारा आरपीएससी सदस्य कैसे बना?
उन्होंने पेपर लीक मामले में कहा कि आरपीएससी सदस्य जो गिरफ्तार हुए उसकी जांच होनी चाहिए। यह आरपीएससी सदस्य कैसे बना? किसकी सिफारिश पर बना। पायलट ने आगे कहा कि मैंने कभी मिलीभगत का नहीं कहा है फिर यह नींबू और दूध की बात क्यों हो रही है। भाजपा सरकार के कार्यकाल में जो भ्रष्टाचार हुआ था उसका मैंने विरोध किया यह कांग्रेस पार्टी के खिलाफ कैसे हो सकता है। मुद्दा भ्रष्टाचार का है।
कई रिपोर्ट बनाई तो मंत्रियों पर आरोपों की भी बनाएं
पायलट ने कहा हमारे प्रभारी रंधावा साहब संजीदा और समझदार व्यक्ति हैं। रंधावा साहब बाकी सब रिपोर्ट दे रहे हैं तो यह रिपोर्ट भी बनानी चाहिए कि हमारे मंत्री और विधायकों पर कई तरह के आरोप लगे हैं, तो कहीं ना कहीं उससे पार्टी और सरकार की छवि को ठेस पहुंच सकती है। उसका भी संज्ञान लेकर खड़गे साहब तक पहुंचाना चाहिए ताकि कार्रवाई करें।
उन्होंने कहा कि कोई कितना बड़ा व्यक्ति हो, किसी पद पर बैठा हो, किसी का चहेता हो, किसका दुश्मन हो, लेकिन अगर कहीं जांच के बाद तथ्य आते हैं तो हमें कार्रवाई करने से परहेज नहीं करना चाहिए। क्योंकि सरकार में बैठे लोग भेदभाव नहीं कर सकते। निष्पक्षता से काम करना पड़ेगा।