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फर्जी पेपर देने वाला और ब्लूटूथ…Rajasthan पेपर लीक के मास्टरमाइंड ने बताए 50 ‘मुन्नाभाई’ SI कैसे बनाए?

Rajasthan SI Exam Paper Leak Case: राजस्थान पुलिस ने 15 फर्जी सब इंस्पेक्टर दबोचे हैं, जिनका कनेक्शन 2021 में हुई फर्जी भर्ती से है। इनमें महिला सब इंस्पेक्टर भी शामिल हैं, जिन्हें लेकर जांच टीम जयपुर पहुंच गई है। इनके नाम गिरोह के मास्टरमाइंड जगदीश ने उगले। वहीं इनसे पूछताछ में कई और खुलासे होने की संभावना है।

Rajasthan SI Exam Paper Leak Case Mastermind Jagdish Bishnoi
Rajasthan SI Exam Paper Leak Case Update (केजे श्रीवत्सन, जयपुर): साल 2021 में हुई सब इंस्पेक्टर भर्ती के फर्जी होने के मामले की जांच करते हुए स्पेशल ऑपरेशन टीम (SOG) ने 15 सब इंस्पेक्टरों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 12 राजस्थान पुलिस अकादमी में SI की ट्रेनिंग ले रहे थे। एक सब इंस्पेक्टर को किशनगढ़ ट्रेनिंग सेंटर से तो एक-एक को भीनमाल और गुढ़ामलानी से पकड़ा गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में 6 महिलाएं और 9 पुरुष शामिल हैं। भर्ती का टॉपर नरेश बिश्नोई भी शामिल है। इन्हें लेकर टीमें जयपुर SOG ऑफिस पहुंच गई हैं। वहीं मंत्री किरोड़ी लाल मीणा आरोप लगाया है कि नकली भर्ती कराने वालों में SOG के लोग भी शामिल थे। यह भी पढ़ें: IT Raid: हीरे की घड़ियां, फरारी-लैंबोर्गिनी, 7 करोड़ कैश, जानें पान-मसाला बेचने वाले से 5 दिन में क्या-क्या मिला?

ब्लूटूथ के जरिए नकल करवाकर होता था पेपर लीक

SOG चीफ वीके सिंह ने बताया कि फर्जी भर्ती का मास्टरमाइंड जगदीश बिश्नोई है, जिसने एक सरकारी स्कूल शिक्षक के रूप में अपना करियर शुरू किया था, लेकिन ज्यादा पैसा कमाने की चाह में वह 2003 और 2004 में धोखाधड़ी के कारोबार में उतर गया। पूछताछ में जगदीश ने बताया कि वह पेपर पास कराने के लिए पैसा लेने से पहले तय कर लेता था कि कौन-से सेंटर से पर्चे लेने हैं और किस डमी को कहां बैठाना है? फिर ब्लूटूथ के जरिए पेपर लीक करने और उम्मीदवारों को नकल करके पास करवाने की गारंटी लेता था। इस काम में पटवारी हर्षवर्धन मोटी रकम देने वालों को तलाश करके लाता था। भूपेंद्र सारण, जगदीश बिश्नोई, सुरेश ढाका, आशुतोष मीणा और बाबूलाल सोनी सहित कई लोग इस भर्ती के सरगना है। यह भी पढ़ें: GN Saibaba कौन, जो 90% दिव्यांग, हाईकोर्ट ने बरी किया, 10 पॉइंट में जानें क्यों हुई थी उम्रकैद?

किरोड़ी लाल मीणा का सबूत होने का दावा

भूपेन्द्र सारण और उसके कई साथियों की गिरफ़्तारी हो चुकी है। सुरेश ढाका अभी तक फरार है। वहीं पेपर लीक मामले को उठाने वाले पूर्व सांसद और वर्तमान कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने यह कहकर मामले को और पेचीदा बना दिया है कि सब इंस्पेक्टर्स के इस घपले में खुद जांच कर रही एजेंसी SOG के लोग भी शामिल हैं। न सिर्फ माफिया गैंग के लोग, बल्कि बड़े राजनेता भी इसमें शामिल हैं, जिनके सबूत और शिकायतें SOG को सौंप दी गई हैं, जिन पर जल्द SOG बड़ा एक्शन भी ले सकती है। उनका दावा यह भी है कि उनके पास कई ऐसे दस्तावेज और सबूत हैं, जिससे पता चलता है कि राजस्थान लोक सेवा आयोग में बैठे किन-किन अधिकारियों ने पेपर लीक कराने में सहयोग किया था। यह भी पढ़ें: मालदीव का तुगलकी फरमान, राष्ट्रपति बोले- 10 मई तक देश छोड़ दें, फिर कोई भारतीय सैनिक नजर न आए

जांच में कई मोटे आरोपियों के नाम उजागर होंगे

पुलिसिया सूत्रों के मुताबिक, एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस अकादमी में गैर हाजिर एसआई की लिस्ट निकाली तो पता चला कि कुछ लोग गायब हैं। टॉपर नरेश कुमार उर्फ नरेश खिलेरी को बाड़मेर से और महिला ट्रेनी चंचल बिश्नोई को किशनगढ़ के पुलिस ट्रेनिंग स्कूल से और एक अन्य को सांचौर से पकड़ कर उनसे पूछताछ शुरू कर दी गई है। किरोड़ी लाल मीणा के आरोप और SOG की लगातार होती कारवाई पेपर लीक मामले में कुछ और मोटे मगरमच्छों के नाम सामने ला सकती है।


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