Rajasthan Budget Session: पेपरलीक मामले को लेकर राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र का पहला दिन काफी हंगामेदार रहा। पेपर लीक मामले को लेकर स्पीकर ने कड़ी कार्रवाई करते हुए (Rajasthan Budget Session) आरएलपी के तीन विधायकों एक दिन के लिए निष्कासित कर दिया था।
सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने विद्या संबल योजना का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इतने समय से पद खाली पड़े हैं और बच्चों को कौन पढ़ाएगा? शिक्षा मंत्री ने कहा कि गेस्ट फेकल्टी योजना को कुछ समय के लिए स्थगित किया है इसे रद्द नहीं किया है। मंत्री ने कहा कि आरक्षण का प्रावधान कराने के लिए कुछ समय के लिए योजना स्थगित की है।
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स्पीकर जोशी बोले- गेस्ट फेकल्टी योजना सिरे नहीं चढ़ी
इस मामले में स्पीकर सीपी जोशी ने भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के खाली पदों को गेस्ट फेकल्टी से भरने की योजना सिरे नहीं चढ़ी। साल भर से विद्या संबल योजना में पद नहीं भरने से बच्चों की पढ़ाई नहीं हो रही है। इसकी व्यवस्था करें। इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा इस योजना तहत अब स्कूलों के प्रधानाचार्य को यह अधिकार दिया जाएगा कि वे अपने स्तर पर गेस्ट फेकल्टी लगा सकेंगे। बता दें कि इस योजना में यह अधिकार पहले से ही प्रधानाचार्य के पास है।
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विशेषाधिकार हनन पर फैसला लेंगे स्पीकर
सीएम के सलाहकार संयम लोढ़ा ने दो दिन पहले विधानसभा में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया था। इसे लेकर आज स्पीकर अंतिम फैसला लेंगे। वैसे कयास लगाए जा रहे है कि विधानसभा में इस पर चर्चा हो सकती है। पेपरलीक मामले पर गिरी सरकार को इसी में राहत की उम्मीद नजर नहीं आ रही है, क्योंकि विशेषाधिकार हनन मामले के कारण विपक्ष बैकफुट पर आ सकता है।
संयम लोढ़ा ने तर्क दिया है कि 81 विधायकों के इस्तीफों का मामला विधानसभा स्पीकर के पास लंबित थाए उस पर कोई फैसला नहीं किया गया था। बीजेपी विधायक दल के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने इस्तीफों पर स्पीकर के फैसले से पहले ही एक दिसंबर 2022 को जनहित याचिका दायर कर दी।
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