Rajasthan Assembly Elections 2023 Main Seats: राजस्थान की सियासत फिलहाल चरम पर है, जिसका कारण 25 नवंबर को यहां होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हैं। प्रदेश में 200 विधानसभा सीटें हैं, लेकिन आज हम आपको राज्य की कुछ ऐसी सीटों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां कांटे की टक्कर होती दिखाई दे रही है।
अब एक ओर जहां कांग्रेस के लिए वापसी की उम्मीद है, दूसरी ओर भाजपा के लिए जीत बरकरार रखने की चुनौती है, लेकिन इन सब के बीच अहम बात यह है कि 5 सीटों पर नए चेहरे हैं, जबकि मालवीयनगर विधानसभा सीट पर पुराने चेहरे आमने-सामने हैं। नतीजन इन ही सीटों पर आर-पार की टक्कर होती दिख रही है। कांग्रेस ने इन सीटों पर चुनाव प्रचार के लिए अपने सभी दिग्गजों को लगा दिया है।
इन 3 सीटों पर दोनों पार्टियों में कांटे की टक्कर
आपको बता दें कि मालवीयनगर की विधानसभा सीट पर भाजपा ने वर्तमान के विधायक कालीचरण सराफ को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने डॉ अर्चना शर्मा को अखाड़े में उतार दिया है। यहां पिछली बार भाजपा के कालीचरण सराफ को 70221, अर्चना शर्मा को 68517 वोट मिले थे, जिसके चलते यहां हार-जीत का अंतर केवल 1700 वोटों का रहा। इस बार यहां कालीचरण और अर्चना के बीच कड़ा मुकाबला होता दिखाई दे रहा है।
इसी तरह सिविल लाइंस की विधानसभा सीट पर इस बार भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व भाजपा अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने पत्रकार गोपाल शर्मा को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को मैदान में उतारा है। अब यहीं पर भीतरघात की संभावना जताई जा रही है, जो कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है।
आदर्शनगर की विधानसभा सीट पर इस बार भाजपा ने रवि नैय्यर को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने यहां से रफीक खान को टिकट दिया है। भाजपा ने इस बार नए चेहरे को मौका दिया है, लेकिन पिछले चुनाव की तुलना में इस बार यहां समीकरण बदलते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में दोनों पार्टियों के सामने फिलहाल बड़ी मजबूत चुनौती है। अब बात कांग्रेस की करें तो कांग्रेस जातिगत समीकरण के सहारे है तो भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली पर भरोसा कर रही है।
भाजपा-कांग्रेस में इन सीटों पर भी कांटे की टक्कर
भाजपा और कांग्रेस के लिए अजमेर संभाग कितना महत्वपूर्ण है, इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि रविवार को नागौर में प्रधानमंत्री मोदी ने सभा की, वहीं अजमेर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पिछले सप्ताह ही सभा को संबोधित करके रोड शो भी किया था। प्रियंका गांधी सोमवार को अजमेर के केकड़ी में रुकी थीं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अब तक सभी 29 सीटों का दौरा किया है और प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव सभाओं को संबोधित किया है। RLP के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल मुख्य रूप से नागौर जिले पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। जाट बहुल नागौर जिले में अधिक से अधिक सीटों पर कब्जा करना बेनीवाल की प्राथमिकता है।
नागौर जिले की 10 सीटों पर रोचक मुकाबला
नागौर शहर में भाजपा की ज्योति मिर्धा और उनके चाचा, कांग्रेस प्रत्याशी हरेंद्र मिर्धा के बीच चुनावी मुकाबला है। पूर्व मंत्री हबीबुर्रहमान दोनों प्रत्याशियों के बीच परेशानी पैदा कर रहे हैं। डीडवाना में कांग्रेस के चेतन डूडी और भाजपा के बागी युनूस खान के बीच एक और मुकाबला हो रहा है। भाजपा के जितेंद्र सिंह वर्तमान में तीसरे नंबर पर उत्कृष्ट हो रहे हैं। हनुमान बेनीवाल जो कांग्रेस के उम्मीदवार हैं और भाजपा के रेवतराम डागा की ‘खींवसर सीट’ पर आगे दिखाई दे रहे हैं। जयपुर, मेड़ता, लाडनू, डेगाना, परबतसर और मकराना सीटों पर, कांग्रेस, भाजपा और RLP के प्रत्याशियों के बीच मुकाबला हो रहा है।
अजमेर जिले में भी तगड़ी कांटे की टक्कर
अजमेर जिले की 10 सीटों पर कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों के बीच मुकाबला तेजी से बढ़ रहा है। 2 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार मजबूत प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, लेकिन प्रमुख टकराव कांग्रेस और भाजपा के बीच है। गुजरात कांग्रेस के प्रभारी रघु शर्मा और भाजपा के शत्रुघन गौतम के बीच केकड़ी में मुख्य मुकाबला है।
ब्यावर में कांग्रेस की नसीम अख्तर और भाजपा के सुरेश रावत, अजमेर उत्तर में भाजपा के वासुदेव देवनानी और कांग्रेस के महेंद्र सिंह, अजमेर दक्षिण में कांग्रेस की द्रोपदी कोली और भाजपा की अनिता भदेल, ब्यावर और मसूदा में कांग्रेस के राकेश पारीक और भाजपा के वीरेंद्र सिंह के बीच कांटे की टक्कर है। ब्यावर में कांग्रेस के पारस जैन और भाजपा के शंकर सिंह भी मुकाबले में शामिल हैं।
भीलवाड़ा और टोंक में क्या कहता समीकरण
भीलवाड़ा जिले में कपड़ा उद्योग के लिए 7 सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशियों के बीच सीधा मुकाबला है। शाहपुरा सीट पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल भाजपा के प्रत्याशी के रूप में उम्मीदवार हैं। कांग्रेस भी अपना प्रत्याशी उतार रही है।
टोंक जिले की 4 में से एक, टोंक शहर सीट पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का मुकाबला कांग्रेस के अजीत मेहता से है। शेष 3 सीटों पर दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशियों के बीच सीधी टक्कर है।