Rajasthan Minister Avinash Gehlot News: राजस्थान में नवनिर्मित मंत्रिमंडल के मंत्री अब ऑफिस संभाल रहे हैं। सभी मंत्रियों को सचिवालय के मुख्य भवन और दूसरे भवन में ऑफिस अलाॅट कर दिए गए हैं। इस दौरान एक मंत्री के पदभार ग्रहण करते समय अजीब विवाद खड़ा हो गया। सचिवालय में पदभार ग्रहण करने पहुंचे जैतारण विधायक और कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत के कार्यालय से महात्मा गांधी और भीमराव अंबेडकर की तस्वीरें गायब थी और उनकी जगह पर आरएसएस के संस्थापक बलिराम हेडगेवार और सदाशिव राव गोलवलकर की तस्वीरें थी।
यह भी पढे़ंः क्या है RAS की तैयारी रहे युवाओं की मांग? जिसे लेकर मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा
मंत्री अविनाश गहलोत के कार्यालय में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी, प्रेसिडेंट द्रौपदी मुर्मू, पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम भजनलाल शर्मा की फोटो है। इस सब तस्वीरों केे बीच महात्मा गांधी और भीमराव अंबेडकर की तस्वीर नहीं होने से लोगों ने सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना की। कांग्रेस ने भी उन पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने बयान जारी कर कहा कि संविधान की शपथ लेकर मंत्री बने लेकिन कुर्सी पर बैठते ही आरएसएस के संस्थापक को ले आए। कांग्रेस ने इसका वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है।
संविधान की शपथ लेकर मंत्री बने…
---विज्ञापन---लेकिन कुर्सी पर बैठते ही संविधान निर्माता को हटाकर RSS संस्थापक को ले आए।
भाजपा सरकार के मंत्री अविनाश गहलोत ने पदभार ग्रहण करते ही बाबा साहेब अंबेडकर जी और महात्मा गांधी जी की तस्वीर हटा दी। pic.twitter.com/aGF4Izx1dE
— Rajasthan PCC (@INCRajasthan) January 1, 2024
मंत्री बोले- सबकी तस्वीरें लगाएंगे
विवाद बढ़ने पर मंत्री ने सफाई भी दी है। कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि सभी महापुरुषों की तस्वीरें लगाई जाएगी। पहला दिन होने की वजह से चेंबर को तैयार करने में वक्त लगा। मुहूर्त के चलते समय नहीं मिल पाया। महापुरुषों के प्रति उनके मन में सम्मान हैं। ऐसे में वह सभी की तस्वीरें लगाएंगे।
यह भी पढे़ंः नए साल पर भजनलाल सरकार ने पूरा किया चुनावी वादा, आज से 450 रुपए में सिलेंडर, जानें किसे और कैसे मिलेगा
इधर उनके ऑफिस की फोटो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स ने भी जमकर निशाना साधा। एक यूजर ने लिखा कि राजस्थान में अब संघ का शासन चलेगा संविधान का नहीं। वहीं दूसरे ने लिखा आपको अंबेडकरवादी कभी माफ नहीं करेंगे। एक अन्य यूजर ने लिखा क्या यही भाजपा की गारंटी है।