Jaipur News: पुलवामा हमले में शहीद जवानों की वीरांगनाओं की मांगों को लेकर अब राजनीति शुरु हो गई है। पायलट के बंगले के बाहर धरना देकर बैठी वीरांगनाओं की मांगों को अब सीएम ने मानने से इंकार कर दिया है। सीएम ने कहा कि शहीदों के बच्चों का हक मारकर किसी अन्य रिश्तेदार को नौकरी देना उचित नहीं है। उन्होंने बीजेपी पर वीरांगनाओं के राजनीतिक इस्तेमाल का आरोप लगाया।
ट्वीट कर बीजेपी पर साधा निशाना
सीएम ने देर रात ट्वीट करते हुए कहा कि शहीदों के बच्चों का हक मारकर किसी अन्य रिश्तेदार को नौकरी देना कैसे उचित ठहराया जा सकता है? उनका हक मारना उचित है क्या? उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के कुछ नेता अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए शहीदों की वीरांगनाओं का इस्तेमाल कर उनका अनादर कर रहे हैं। मैं इसकी निंदा करता हूं।
तीसरी मूर्ति लगवाना चाहती है वीरांगना
सीएम ने कहा कि शहीद हेमराज मीणा की दो मूर्तियां राजकीय महाविद्यालय, सांगोद के ग्राउंड और उनके पैतृक गांव विनोद कलां स्थित पार्क में लगाई जा चुकी है। उनकी पत्नी उनकी तीसरी मूर्ति एक चौराहे पर स्थापित करवाना चाहती हैं। जो कि अन्य शहीद परिवारों को देखते हुए उचित नहीं है।
शहीदों के बच्चों का हक मारकर किसी अन्य रिश्तेदार को नौकरी देना कैसे उचित ठहराया जा सकता है?
---विज्ञापन---जब शहीद के बच्चे बालिग होंगे तो उन बच्चों का क्या होगा?
उनका हक मारना उचित है क्या? pic.twitter.com/oUBEoklIDl
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) March 7, 2023
राजस्थान जैसा पैकेज किसी अन्य राज्य में नहीं
सीएम ने कहा कि राजस्थान में जिस प्रकार का पैकेज शहीदों को मिलता है वैसा किसी अन्य राज्य में नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि कारगिल पैकेज में शहीदों की पत्नी को 25 लाख रुपए और 25 बीघा जमीन या हाउसिंग बोर्ड का मकान, मासिक आय योजना में शहीद के माता-पिता को 5 लाख रुपए एफडी, एक सार्वजनिक स्थान का नामकरण शहीद के नाम पर और शहीद की पत्नी या उसके पुत्र-पुत्री को नौकरी दी जाती है। सीएम ने कहा कि पैकेज के अनुसार शहीदों के आश्रितों को मदद दी जा चुकी है।
ये भाव मैंने रक्षा मंत्री के सामने रखे
सीएम ने कहा कि राजस्थान वीरों की भूमि है, जहां के हजारों सैनिकों ने मातृभूमि के लिए बलिदान दिया है। यहां की जनता और सरकार शहीदों का सबसे अधिक सम्मान करती है। उन्होंने कहा कि ये मेरे भाव जो मैं आपके सामने रख रहा हूं, वही मैंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाजुर्न खड़गे के सामने रखे हैं।