राजेश शर्मा, दौसा(राजस्थान)
कई बच्चे पढ़ने-लिखने में होशियार होते हैं तो कई बच्चे कमजोर भी होते हैं, लेकिन एक ऐसा बच्चा जिसने कमाल ही कर दिया। सर्वदीप सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल के कक्षा 9वीं में पढ़ने वाले मोहित कुमार सैनी ने बारिश का अलार्म बनाने का प्रोजेक्ट तैयार किया है। उसने घर के बाहर सूखने के लिए छोड़े गए कपड़े एवं अन्य सामान को बारिश से भीगने से बचाने के लिए अलार्म बनाया है। जिससे घर के अंदर सो रहे परिवार के सदस्यों की आसानी से नींद खुल सकती है।
मात्र 400 रुपये का आया खर्च
राजस्थान के सिकराय कस्बे के एक प्राइवेट स्कूल के विद्यार्थी मोहित ने बताया कि बारिश के दिनों में अक्सर कपड़े एवं अन्य सामान भीगने से खराब हो जाते हैं। जिन्हें भीगने से बचाने के लिए उसने 400 रुपए खर्च कर रेन वाटर डिटेक्ट सिस्टम तैयार किया है। जिसमें बारिश की बूंद शुरू होने के दौरान ही अलार्म बजना शुरू हो जाता है। जो बारिश रुकने के दौरान ही बंद होता है। इस बीच अंदर सोए परिवार के सदस्य नींद से उठकर बाहर रखे कपड़े एवं अन्य सामान को भीगने से पहले ही अंदर रख सकते हैं। मोहित ने बताया कि रात को होने वाली बारिश के दौरान कपड़े, अनाज मवेशियों का चारा आदि सामान भीगने पर उसे यह सिस्टम तैयार करने का आइडिया आया। इसे बनाने में करीब 400 रुपये का खर्चा आया है।
इस तरह से काम करता है रेन वाटर डिटेक्ट सिस्टम
छात्र मोहित ने बताया कि उसने मॉडल प्रोजेक्ट छत पर रेन सेंसर व घर के अंदर मॉड्यूल लगाया है, जिसे ऑनलाइन मंगाया था। दोनों को 3.7 वोल्ट की बैट्री एवं अलार्म से कनेक्ट किया है। जैसे ही बारिश की बूंदें सेंसर पर गिरती हैं तो नीचे लगा मॉड्यूल उसे डिटेक्ट कर लेता है। इसके बाद बर्जर अलार्म बजना शुरू हो जाता है। अलार्म बंद करने के लिए एक स्विच भी लगाया है। जिसे नींद खुलने पर बंद भी किया जा सकता है।
छात्र के पिता विजय सैनी ने बताया कि बेटे की शुरू से ही अलग-अलग प्रोजेक्ट मॉडल तैयार करने में दिलचस्पी रही है। वह अब Wi-Fi से चलने वाली कार बनाने की तैयारियों में जुटा हुआ है।