चंडीगढ़: मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा राज्य के नौजवानों को रोजग़ार देने के किए वायदे के पूरा होने से जहां कई नौजवानों को सरकारी नौकरी मिलने से जीवन में नई शुरुआत हुई है, वहीं बहुत से नौजवानों को प्रेरणा भी मिलेगी।
बीते दिनों चंडीगढ़ स्थित म्यूनिसिपल भवन में हुए समारोह के दौरान नियुक्ति पत्र हासिल करने वाले नौजवानों के चेहरे से उनकी खुशी का अंदाज़ा सहज ही लगाया जा सकता था। तकनीकी शिक्षा विभाग में में बतौर क्लर्क नियुक्ति पत्र हासिल करने आए पटियाला जिले के राजपुरा तहसील के गांव उड़दन के रहने वाले मनदीप कुमार ने बताया कि उसने 2016 में स्नातक की पढ़ाई पूरी की थी।
इस दौरान उसके पिता जी का देहांत हो गया, जिस कारण खेती का सारा काम उसके कंधों पर आ गया था। मनदीप कुमार की शुरू से ही इच्छा थी कि पढ़ाई पूरी करने के बाद में पंजाब में ही सरकारी नौकरी हासिल करनी है, परन्तु पिता की मौत के कारण उसे ज़्यादा समय खेती में लगाना पड़ता था। उसने मेहनत का पल्ला नहीं छोड़ा और जब भी उसे समय मिलता तो वह उस सरकारी नौकरी के लिए निकलने वाले पेपर की तैयारी करने बैठ जाता।
मनदीप ने बीते सालों में कई सरकारी नौकरियों के लिए पेपर दिए परन्तु कोई भी भर्ती प्रक्रिया कोर्ट मामलों या पेपर लीक के कारण मुकम्मल नहीं हो सकी। उसने बताया कि भगवंत मान सरकार द्वारा सत्ता संभालने के बाद में शुरू की गई सरकारी नौकरियों के लिए भर्ती प्रक्रिया को बहुत पारदर्शी ढंग से पूरा किया गया है और उसे क्लर्क की नौकरी मिली है।
इस दौरान सरकारी नौकरी हासिल करने वाले संगरूर जिले के गाँव जखेपल के रसविन्दर सिंह ने अपनी आप बीती सुनाते हुए बताया कि उसने साल 2009 में एम.टैक. करने के बाद एक निजी कॉलेज में लैक्चरर के तौर पर सेवा निभा रहा था, परन्तु निजी कॉलेज का मेहनताना कम होने के कारण गुज़ारा मुश्किल था। इन तंगीयों को देखते हुए उसने यू-ट्यूब के द्वारा नौजवानों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवानी शुरू की, जिसको अच्छी स्वीकृति मिली। रसविन्दर सिंह बताता है कि इस सरकारी नौकरी से उसे आर्थिक आज़ादी मिलेगी।
किसान परिवार से सम्बन्धित रसविन्दर ने पंजाब सरकार द्वारा बड़े स्तर पर सरकारी नौकरियाँ देने की सराहना करते हुए कहा कि उसने पंजाब पुलिस के ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन का आई.टी. एसिस्टेंट का पेपर भी पास किया है।