Punjab Bhagwant Mann Govt: पंजाब की भगवंत मान सरकार प्रदेश की जनता को सरकारी खर्चे पर सुविधाएं उपलब्ध करवाना चाहते हैं। इसके लिए मान सरकार लगातार काम भी कर रही हैं। इन दिनों पंजाब के थर्मल पावर प्लांट कोयले की कमी से जूझ रहे हैं। पंजाब अकेला नहीं है जहां थर्मल प्लांटों में कोयले का स्टॉक कम है, पूरे उत्तर भारत के थर्मल प्लांट में कोयले का स्टॉक गंभीर स्तर पर पहुंच गया है। इसमें भी पंजाब और राजस्थान जो राज्य है जो कोयले की कमी से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। हालांकि, मान सरकार कोयले की कमी की गंभीरता को स्वीकार करते हुए, इस कमी को दूर करने के लिए जरूरी कदम उठा रही है।
मान सरकार उठा रही जरूरी कदम
पीएसपीसीएल (PSPCL) के अधिकारियों ने बताया कि कहा कि पंजाब की मान सरकार ने कोयले की कमी की गंभीरता को स्वीकार किया है। साथ ही इस परेशानी को हल करने के लिए उचित कदम उठा रही है। राज्य सरकार द्वारा कोयला परिवहन रसद में सुधार के लिए उपाय लागू किए जा रहे हैं। इसमें कोयले की रेक की संख्या बढ़ाना और कोयला खदानों के साथ समय पर डिस्पैच को सुनिश्चित करना शामिल है।
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प्राथमिकता के आधार पर कोयले का आवंटन
पंजाब की मान सरकार ने इन उपायों के साथ-साथ ही राज्य के पावर प्लांट को कोयले की निरंतर आपूर्ति को सुनिश्चित करने का भी शुरू कर दिया है। राज्य के कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां के पावर प्लांट कोयले की तीव्र कमी का सामना कर रहे है। ऐसे में मान सरकार प्रदेश के उन क्षेत्रों को प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कोयले के आवंटन कर रही है। इसके अलावा मान सरकार रसद संबंधी बाधाओं को दूर करने केंद्र सरकार के साथ समन्वित करने का प्रयास कर रही है ताकि कोयला बिना किसी देरी के प्रदेश के पावर प्लांट तक पहुंचाया जा सके।