Ludhiana News: पंजाब के लोगों का अमेरिका जाने का मोह अभी छूट नहीं रहा है। अमेरिकी सरकार अवैध रूप से पहुंचे भारतीयों को हाथ-पैरों में बेड़िया डालकर वापस वतन भेज रही है। इसके बावजूद पंजाब के लोग अभी भी फर्जी ट्रैवल एजेंटों के झांसे में आकर अपनी जीवन भर की जमा पूंजी बर्बाद कर रहे हैं।
लुधियाना के हलवारा से एक ऐसा ही मामला सामने आया है। हलवारा के बाघियां गांव के एक ट्रैवल एजेंट के तीन लोगों ने जगरूप सिंह और उनकी पत्नी पूजा रानी को अमेरिका भेजने के नाम पर 1 करोड़ 8 लाख रुपये ठग लिए। मामले में अब पीड़ित जगरूप के पिता बलवंत सिंह ने ट्रैवल एजेंट परमिंदर सिंह और उसके दो सहयोगियों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी है।
पिछले दिनों डिपोर्ट किए गए कई अवैध प्रवासी
ऐसी अनेकों कहानियां पंजाब और हरियाणा के युवाओं की है। पंजाब के अलग-अलग जिलों के कई अवैध प्रवासियों को अमेरिका ने अपने सैन्य विमान के जरिए वापस भारत भेजा था। इसके बाद देश में विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया था। पंजाब के अलग-अलग जिलों में युवा अमेरिका जाने के चक्कर में इन ट्रैवल एजेंट के झांसे में आ जाते हैं। इसके बाद वे इसके लिए अपनी जमीन और सोना बेचकर पैसा जुटाते हैं और डंकी रूट के जरिए अमेरिका पहुंचते हैं। अमेरिका की सेना इन अवैध प्रवासियों को पकड़ कर डिंटेशन सेंटर में डाल देती है, जहां पर उन्हें तरह-तरह की यातनाएं दी जाती हैं।
कई देशों का चक्कर काटने के बाद लौटे गांव
पुलिस को दी शिकायत के अनुसार ट्रैवल एजेंटों ने 1.8 करोड़ रुपये लेकर पीड़ित दंपत्ति को अमेरिका का फर्जी वीजा लगाया था। दोनों पति-पत्नी ने यूएस जाने के लिए कई देशों के चक्कर काटे इसके बाद दोनों गांव लौट आए। इसके बाद जगरूप और उसके पिता ने ट्रैवल एजेंट से पैसे वापस मांगे तो आरोपी एजेंट ने उन्हें झूठे केस में फंसाकर जान से मारने की धमकी दी।
मामले में पीड़ित के पिता बलवंत सिंह ने 20 फरवरी को लुधियाना ग्रामीण के एसएसपी अंकुर गुप्ता को लिखित शिकायत दी। इसके बाद 172 पेज की जांच रिपोर्ट और पेन ड्राइव में मौजूद सबूतों के आधार पर ट्रैवल एजेंट परमिंदर सिंह और उसके दो अज्ञात सहयोगियों के खिलाफ थाना सिधवां बेट में मामला दर्ज किया गया।
ये भी पढ़ेंः लग्जरी कार ने युवक को कुचला, टांग कटी, एक्टिवा के हुए कई टुकड़े, जानें कब कहां हुआ भयानक हादसा
95 लाख रुपये में तय हुआ सौदा
शिकायत में बलवंत सिंह ने बताया कि फरवरी 2024 में स्थानीय ट्रैवल एजेंट परमिंदर सिंह ने अमेरिका भेजने का आश्वासन दिया और 95 लाख रुपये में सौदा तय हुआ। इसके बाद बलवंत सिंह 11 लाख 10 हजार रुपये का शुरुआती भुगतान किया। इसके बाद जगरूप और पूजा मार्च से मुंबई के लिए रवाना हुए। यहां से जकार्ता पहुंचे। जकार्ता में एक महीना बीत जाने के बाद दंपति को 10 दिनों के लिए मलेशिया ले गए और इसके बाद सिंगापुर की होटल में 3 दिन तक रोका। इसके बाद हमें अमेरिका का वीजा दिखाया। जांच में ये भी फर्जी निकला। अब तक हम कई किस्तों में 1 करोड़ 8 लाख रुपये दे चुके थे।
मामले में जांच अधिकारी एएसआई सुखमंदर सिंह ने बताया कि बीएनएस की धाराओं में में मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल आरोपियों की तलाश की जा रही है।
ये भी पढ़ेंः गुरदासपुर में पुलिस-किसानों में टकराव, 7 गंभीर घायल; जबरन जमीन पर कब्जा करने का आरोप