---विज्ञापन---

पंजाब

‘IAS और IPS अधिकारी सरकारी स्कूलों के छात्रों का करेंगे मार्गदर्शन’, CM मान ने कहा- बच्चों को मिलेगी मदद

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घोषणा की कि IAS और IPS अधिकारी सरकारी स्कूलों के छात्रों का मार्गदर्शन करेंगे, उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करेंगे और शिक्षा के माहौल को समृद्ध बनाएंगे।

Author Edited By : Avinash Tiwari Updated: Mar 29, 2025 21:33

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज कहा कि प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस और आईपीएस अधिकारी सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के मार्गदर्शक बनेंगे, ताकि जीवन में ऊंचाइयों को छूने के लिए उनका मार्गदर्शन किया जा सके।

आज यहां ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ में आयोजित माता-पिता-अध्यापक बैठक (पीटीएम) के दौरान संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी आईएएस और आईपीएस अधिकारी प्रदेश के प्रत्येक सरकारी स्कूल का मार्गदर्शन करेंगे। वे वहां के छात्रों और शिक्षकों से संवाद स्थापित कर शिक्षा के माहौल को और अधिक समृद्ध बनाएंगे। उन्होंने कहा कि अधिकारी छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करेंगे और शिक्षकों को उनके कौशल को निखारने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण सुनिश्चित करेंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये अधिकारी इन स्कूलों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

---विज्ञापन---

‘ छात्रों को अपने सपनों की उड़ान भरने के लिए पंख देगा यह प्रयास’

मुख्यमंत्री ने कहा कि ये अधिकारी बॉस की तरह नहीं, बल्कि मार्गदर्शक के रूप में प्रेरणा देंगे। उन्होंने कहा कि यह कार्य स्वैच्छिक सेवा के रूप में होगा और इसमें रुचि रखने वाले अधिकारियों को अपनी निर्धारित जिम्मेदारियों के साथ-साथ इसे निभाना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का यह प्रयास छात्रों को अपने सपनों की उड़ान भरने के लिए पंख देगा, ताकि वे जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल कर सकें। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये आईएएस और आईपीएस अधिकारी छात्रों को हर संभव सहायता प्रदान करेंगे, जिससे वे महत्वपूर्ण परीक्षाओं में सफल होकर सिविल सेवाओं में शामिल हो सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें गर्व है कि इन स्कूलों में कई होनहार छात्र पढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आजकल लड़कियां उन सभी क्षेत्रों में लड़कों से आगे निकल रही हैं, जिन्हें अब तक पुरुष-प्रधान क्षेत्र माना जाता था। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार ने कुल बजट खर्च का 11 प्रतिशत यानी 18,047 करोड़ रुपये आवंटित कर शिक्षा क्षेत्र को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि यह प्रयास नए, समृद्ध और प्रगतिशील पंजाब के निर्माण में सहायक होगा।

---विज्ञापन---

‘शिक्षा क्षेत्र के विकास पर पूरा ध्यान केंद्रित कर रही सरकार’

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए शिक्षा क्षेत्र के विकास पर पूरा ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब में बुद्धिमान छात्र और प्रतिभाशाली लोग हैं, जो मिलकर असाधारण उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से आम आदमी के जीवन में बदलाव लाया जा सके।

मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि पंजाब में शिक्षा क्षेत्र अब एक महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है, जिससे सरकारी स्कूलों के लिए शानदार परिणाम सामने आएंगे और इससे सरकार के प्रयासों को और बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार सरकारी स्कूलों में बुनियादी ढांचे को सुधार रही है और पंजाब निश्चित रूप से देश भर में एक रोल मॉडल के रूप में उभरेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए तथ्यों पर ध्यान केंद्रित कर रही है कि शिक्षकों की सेवाओं का उपयोग किसी अन्य काम के बजाय केवल शिक्षा के उद्देश्य के लिए ही किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों के कॉन्वेंट स्कूलों में पढ़े-लिखे राजनीतिक नेताओं ने कभी भी राज्य में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि इसका एकमात्र कारण यह था कि उन्हें राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा क्षेत्र में सुधार लाने की कोई चिंता नहीं थी, लेकिन उनकी सरकार ने शिक्षा में यह ऐतिहासिक बदलाव लाया है। भगवंत सिंह मान ने छात्रों को जीवन में ऊंचाइयों को छूने के लिए पारंपरिक पार्टियों के नेताओं की तरह पैराशूट वाला रास्ता अपनाने के बजाय जमीनी स्तर पर काम करने का आह्वान किया।

‘मेहनती लोगों के लिए कोई सीमा नहीं होती’

मुख्यमंत्री ने कहा कि जमीनी स्तर पर काम करने वाले वे लोग होते हैं जो पूरी दुनिया को जीतने के लिए जमीन से उठते हैं। उन्होंने कहा कि इन मेहनती लोगों के लिए कोई सीमा नहीं होती। भगवंत सिंह मान ने कहा कि दूसरी ओर पैराशूट से आने वाले लोग सीधे आकाश से उतरते हैं और बाद में या जल्द ही जमीन पर गिरने के लिए तैयार रहते हैं। उन्होंने कहा कि छात्र का ध्यान जीवन में शीर्ष स्थान हासिल करने पर होना चाहिए, जिसके लिए राज्य सरकार हर आवश्यक मदद प्रदान करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि यह पी.टी.एम. पूरे राज्य के सरकारी स्कूलों में हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य भर के लाखों माता-पिता अपने बच्चों को दी जा रही पढ़ाई, माहौल, पाठ्यक्रम और अन्य पहलुओं के बारे में पूछताछ कर रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह प्रयास शिक्षकों को स्कूलों में छात्रों के प्रदर्शन के बारे में समझाने का अवसर भी प्रदान करेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक अनुकरणीय बदलाव है क्योंकि ऐसे पी.टी.एम. पहले केवल निजी स्कूलों में ही होते थे, लेकिन सरकारी स्कूलों में इनका अभाव था। उन्होंने कहा कि यह यहां अपनाए जा रहे शिक्षा के सर्वोत्तम अभ्यासों में से एक है, जो छात्रों की भलाई के लिए है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने पंजाब में शिक्षा क्रांति के युग की शुरुआत की है और इसके लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जा रही है।

बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने आम आदमी की भलाई के लिए हर क्षेत्र में कई अनूठी पहल की हैं। उन्होंने कहा कि राज्य भर में 881 आम आदमी क्लीनिक खोले गए हैं, जहां तीन करोड़ से अधिक मरीजों का मुफ्त इलाज हुआ है। इसी तरह, उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने योग्यता के आधार पर 52,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां दी हैं।

किसानों को लेकर क्या बोले सीएम मान?

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अक्टूबर महीने में नमी की मात्रा अधिक होने के कारण किसानों को अपनी धान की फसल बेचने में आने वाली मुश्किलों से बचाने के लिए धान की बुवाई का समय पहले करते हुए राज्य सरकार ने इस साल एक जून से धान की बुवाई का सीजन शुरू करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में धान की फसल की जोन-स्तर पर खेती की जाएगी, जिसके लिए पंजाब सरकार द्वारा आवश्यक योजना और प्रबंध किए जा रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार नकली बीजों की बिक्री को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है और इस घृणित अपराध में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।

इससे पहले, दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने संबोधन में पंजाब की शिक्षा प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए राज्य सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि भगवंत सिंह मान के शिक्षा मॉडल ने आश्चर्यजनक काम किया है क्योंकि शहरों के छात्र अब गांवों में स्थित सरकारी स्कूलों में दाखिला लेने के लिए कतार लगा रहे हैं। मनीष सिसोदिया ने कहा कि साल 2022 की विधानसभा चुनावों से पहले जब वे राज्य का दौरा कर रहे थे, तब स्थिति पूरी तरह अलग थी और अब पिछले तीन सालों में राज्य में उल्लेखनीय बदलाव देखे जा रहे हैं।

‘आप’ नेता ने कहा कि पिछले 75 सालों की तुलना में पिछले तीन सालों में बहुत बेहतरीन काम किया गया है। उन्होंने कहा कि रंगला पंजाब केवल शिक्षा के माध्यम से ही बनाया जा सकता है। मनीष सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने 2022 से पहले राज्य के 50 से अधिक कस्बों, शहरों और गांवों के सरकारी स्कूलों का व्यक्तिगत रूप से दौरा किया था, जिनकी स्थिति खराब थी। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि आज राज्य के स्कूलों का चेहरा पूरी तरह बदल गया है, जो राज्य में शिक्षा क्रांति का प्रतीक है।

दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने सरकारी स्कूलों को बर्बाद कर दिया था क्योंकि नेता चाहते थे कि उनके चहेतों के निजी स्कूल अस्तित्व में रहें। उन्होंने कहा कि अब ध्यान राज्य भर के सरकारी स्कूलों को मजबूत करने और सुधारने पर है, जो वास्तव में प्रशंसनीय है क्योंकि यह राज्य को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना सुनिश्चित कर रहा है। मनीष सिसोदिया ने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि सरकारी स्कूल के हर छात्र को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाए, जिससे उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो सके।

HISTORY

Edited By

Avinash Tiwari

First published on: Mar 29, 2025 09:28 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें