चंडीगढ़: पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने 38वें नेत्रदान पखवाड़े के मौके पर लोगों को आंखें दान करने के लिए आगे आने की अपील की है। मंत्री ने कहा कि हमारी आंखें सबसे महत्वपूर्ण संवेदी अंग हैं, क्योंकि लगभग 80 प्रतिशत तक अहसास और प्रभाव हमारी दृष्टि द्वारा दर्ज किए जाते हैं। आंखों के बिना एक आम जीवन जीना बहुत चुनौतीपूर्ण है।
दरअसल, 25 अगस्त से 8 सितम्बर तक देशभर के साथ-साथ पंजाब सरकार की तरफ से भी नेत्रदान पखवाड़ा मनाया जा रहा है। शुक्रवार को इसके शुभारंभ के मौके पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह (खुद भी आई सर्जन हैं) ने बताया कि कॉर्निया खराब हो जाने से अंधापन हो जाता है, जिसको कॉर्नियल ब्लाइंडनेस कहा जाता है। आईरिस के सामने एक पारदर्शी परत को कॉर्निया कहा जाता है। यह दानी की आंखों से लिया जाता है और कॉर्नियल ब्लाइडनेस वाले व्यक्ति का ट्रांसप्लांट किया जाता है। इस सर्जरी को केराटोप्लास्टी कहा जाता है।
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नेत्रदान की महत्ता के बारे जिक्र करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत में लगभग 11 लाख लोग कॉर्नियल ब्लाइडनेस से पीड़ित हैं और हर साल 30 हजार नए केस शामिल हो रहे हैं, जबकि भारत में हर साल केवल 25 हजार कॉर्नियल ट्रांसप्लांट किए जाते हैं। ऐसे में हम सभी को आंखें दान करने का वायदा करके इस अंतर को भरने के लिए आगे आने की जरूरत है।
उधर, उल्लेखनीय पहलू यह भी है कि पंजाब में कुल 11 रजिस्टर्ड आंखों के बैंक और 27 कॉर्नियल ट्रांसप्लांटेशन केंद्र हैं। पंजाब में 2022-23 में कुल 946 केराटोपलास्टीज़ की गई हैं, जबकि 2023-24 में जुलाई तक 282 ऐसी सर्जरी की गई हैं।